आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को चेतावनी दी है कि वह उन्हें रोकने की जुर्रत न करें.
सोमवार को अनशन के 10वें दिन केजरीवाल ने कहा कि के समर्थन में पार्टी को लगभग 8 लाख चिट्ठियां मिली हैं. जिसमें लाखों की संख्या में लोगों ने बिजली-पानी के बढ़े बिल को लेकर अपने दस्तखत किए हैं. इसे सुंदरनगरी से 272 ऑटो रिक्शा लेकर मनीष सिसौदिया और गोपाल राय मुख्यमंत्री आवास जाकर सौंपेगें.
लाठी-डंडे चले, हम जाएंगे सीएम आवास
केजरीवाल ने दावा किया कि पुलिस ने कहा है कि उन्हें शीला दीक्षित को 6.38 लाख से अधिक पत्र सौंपने की अनुमति नहीं दी जाएगी. उन्होंने कहा कि ‘उन्हें हम पर लाठी चलाने दीजिए लेकिन हम जाएंगे.’
पार्टी सूत्रों ने दावा किया कि पुलिस का प्रस्ताव है कि पत्र उन्हें सौंपे जाएं और वे इन पत्रों को आगे सौंपेगे लेकिन कार्यकर्ताओं ने इस प्रस्ताव को खारिज कर दिया.
‘आप’ पार्टी का आरोप है कि भ्रष्टाचार के कारण राजधानी में बिजली और पानी की दरों में इजाफा हुआ है. बयान में कहा गया कि अपना बढ़ा हुआ बिल जमा न करने का फैसला ले चुके दिल्लीवासियों की संख्या में इजाफा हो रहा है.
अब शीला दीक्षित को तय करना है कि वह जनता की आवाज सुनेंगी या निजी कंपनियों का समर्थन करेंगी.
केजरीवाल का वजन हुआ कम
केजरीवाल के स्वास्थ्य के बारे में बयान में बताया गया कि कमजोरी के बावजूद उनके स्वास्थ्य संबंधी मानक सामान्य हैं. उनका रक्तचाप 101-63, पल्स 65 और शर्करा 121 है. उनका वजन सात किलो कम हो गया है.
पार्टी ने साफ किया है कि बिजली-पानी के मुद्दे पर केजरीवाल के अनशन के साथ ही दस्तखत अभियान भी जारी रहेगा. हालांकि अनशन की वजह से केजरीवाल काफी कमजोरी महसूस कर रहे हैं.