अरबपति व्यवसायी दीपक भारद्वाज की हत्या के लिए दिल्ली पुलिस कथित स्वामी उर्फ महंत प्रतिभानंद की तलाश कर रही है.
वह दो दिन पहले बिहार में देखा गया था. आशंका है कि कथित स्वामी बिहार होते हुए पश्चिम बंगाल चला गया और गिरफ्तारी से बचने के लिए पश्चिम बंगाल के ही किसी शहर में छिपकर रह रहा है. ऐसा दावा दक्षिण जिला पुलिस द्वारा जारी किए गए लैंडलाइन फोन पर बिहार के पटना शहर से रविवार सुबह एक अज्ञात व्यक्ति ने किया है.
फोन करने वाले व्यक्ति का दावा था कि उसने पटना रेलवे स्टेशन पर स्वामी प्रतिभानंद को पश्चिम बंगाल जाने वाली एक रेलगाड़ी में सवार होते देखा था लेकिन इसके आगे उसे कुछ भी पता नहीं है. दक्षिण जिला पुलिस ने इस कॉल को गंभीरता से लेते हुए स्पेशल टॉस्क फोर्स की दो टीमों को पटना तथा कोलकाता के लिए रवाना कर दिया है. इस बीच गहन छानबीन में पता चला है कि प्रतिभानंद देश छोड़कर विदेश जाने की फिराक में था. इसकी पुष्टि उसके हरिद्वार स्थित कनखल आश्रम से बरामद किए गए पासपोर्ट वेरिफिकेशन फार्म की बरामदगी से हुई है.
पुलिस सूत्रों का कहना है कि बाबा प्रतिभानंद की तलाश में दक्षिण जिला पुलिस की करीब दो दर्जन टीमें दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, उत्तराखंड, मध्यप्रदेश, बिहार व पश्चिम बंगाल में लगातार छापेमारी कर रही हैं. इसके बावजूद कथित स्वामी का पता नहीं चल पाया है. अरबपति व्यवसायी दीपक भारद्वाज की हत्या में वांटेड प्रतिभानंद उर्फ मछेन्द्रनाथ मूल तौर पर बीड जिले का रहने वाला है. वह कुछ दिन पहले तक दिल्ली, हरिद्वार तथा हरियाणा के विभिन्न आश्रमों में रहता था.
छानबीन में पता चला है कि साल 2007 में बाबा प्रतिभानंद अपने मूल गांव से दिल्ली आया था और रोहिणी सेक्टर 18 में रहता था. प्रतिभानंद ने सबसे पहले योगा टीचर का काम किया. इस दौरान किराये को लेकर उसका मकान मालिक से झगड़ा हो गया था और इसके बाद प्रतिभानंद दिल्ली छोड़कर हरिद्वार चला गया था.
कुछ साल तक हरिद्वार व वृदांवन में बिताने के बाद प्रतिभानंद एक बार दिल्ली आया और दिल्ली के हिंदू महासभा समेत कुछ अन्य स्थलों पर रहते हुए प्रवचन व धार्मिक उपदेश आदि देने लगा था. इसके अलावा वह विभिन्न धार्मिक केन्द्रों द्वारा आयोजित होने वाले धार्मिक सम्मेलनों में भी भाग लेता था. छानबीन में पता चला है कि अरबपति व्यवसायी दीपक भारद्वाज की हत्या के बाद 25 मार्च से 29 मार्च तक प्रतिभानंद हरिद्वार के विभिन्न स्थलों समेत कनखल आश्रम में टिका रहा. वह 30 मार्च को वह अपने भांजे के दोस्त अविनाश शास्त्री से संपर्क होने के बाद इंदौर चला गया था लेकिन इस बीच उसे गिरफ्तारी का भय हुआ और वह उज्जैन जाते हुए एकाएक लापता हो गया था.
दूसरी ओर अरबपति कारोबारी दीपक भारद्वाज हत्याकांड मामले में दक्षिण जिला पुलिस ने रविवार को छठे आरोपी प्रदीप मलिक को धर दबोचा है. उस पर शूटर पुरुषोत्तम को कट्टा मुहैया कराने का आरोप है. इससे पहले पुलिस पुरुषोत्तम, अमित, राकेश, सुनील व राजू नामक पांच आरोपितों को गिरफ्तार कर चुकी है.
दक्षिण जिला पुलिस का कहना है कि जब तक इस केस के सभी आरोपी नहीं पकड़े जाते तब तक दीपक भारद्वाज के परिवार के सभी सदस्यों को निर्देश दिए गए हैं कि वे दिल्ली शहर छोड़कर कहीं भी न जाए. पकड़े गए पुरुषोत्तम से पूछताछ में पता चला है कि प्रतिभानंद जब भी दीपक भारद्वाज के एनएच-8, रजोकरी स्थित नीतेश कुंज फार्म हाउस पर आता था तो उसके साथ कार चलाकर पुरुषोत्तम आता था. पुरुषोत्तम ने 26 मार्च को वारदात से पहले दो बार दीपक के फार्म हाउस की रेकी भी की थी.