आगामी लोकसभा चुनाव में अपनी सियासी जमीन तैयार कर रही कांग्रेस समाजवादी पार्टी को वाकओवर देने के मूड में नहीं है।
लिहाजा, सपा पर सियासी हमलों की कमान केंद्रीय मंत्रियों की फौज ने संभाल ली है।
इसी क्रम में कोयला मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल ने सपा को दो टूक कहा है कि यूपीए सरकार को समर्थन देने का यह मतलब नहीं है कि उत्तर प्रदेश की जनता को भगवान भरोसे छोड़ दिया जाए।
अमर उजाला से बातचीत में उन्होंने कहा कि अगर सूबे में गलत काम होगा और शासन अपना काम नहीं करेगा तो सवाल उठाया जाएगा। ऐसा करने से कोई नहीं रोक सकता।
यही नहीं, जायसवाल ने उत्तर प्रदेश सरकार पर आरोप लगाया है कि वह केंद्र सरकार के पैसे को विकास में न लगाकर दूसरे मदों में लगा रही है।
उन्होंने कहा कि केंद्र का पैसा या तो प्रदेश सरकार कर्मचारियों के वेतन बांटने में लगा रही है या फिर सपा के सांसदों और अपने बिग बॉस के क्षेत्रों को दे रही है।
जायसवाल ने बताया कि उनका मकसद व्यवस्था पर सुधार लाने का था। मगर उन पर ही सपा की ओर से अनर्गल आरोप लगाए गए। चरित्र हनन करने की कोशिश की गई।
प्रदेश सरकार के खिलाफ उठ रहे सवालों का उनके (सपा के) पास कोई जवाब नहीं है। साथ ही उन पर लगाए गए आरोपों को लेकर उनके पास कोई सबूत नहीं है।
जायसवाल ने कहा कि जवाहर लाल नेहरू शहरी नवीनीकरण मिशन के तहत सड़कों के निर्माण के पैसों का डाइवर्जन (दूसरे मदों में इस्तेमाल) कर दिया गया है।
कोयला मंत्री ने कहा कि प्रदेश की जनता के सारे सपने चकनाचूर हो गए है। खराब कानून व्यवस्था और भ्रष्टाचार से जनता परेशान है।
वहीं सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव के नवंबर में चुनाव होने के बयान को लेकर जायसवाल ने कहा कि जब सरकार बनी थी तो कहा गया था कि यह सरकार एक साल, दो, तीन साल में गिर जाएगी।
किसी भी समय गिर जाएगी। यह अब भी चल रही है और पूरे पांच साल तक चलेगी।