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ड्रैगन ने लद्दाख में गाड़ा पांचवा तंबू और हमारी जमीन पर लिख दिया- आप चीन में हैं

नई दिल्ली।। चीनी सैनिकों ने लद्दाख के दौलत बेग ओल्दी (डीबीओ) सेक्टर में एक और टेंट खड़ा कर लिया है, जिससे घुसपैठ वाले स्थान पर ऐसे ढांचों की संख्या बढ़कर पांच हो गई है। चीनी सैनिकों ने सुरक्षा और चौकसी के लिए खूंखार मोलोसर कुत्ते भी तैनात कर दिए हैं। भारतीय हद में चीनी सैनिकों की घुसपैठ को लेकर जारी गतिरोध का रास्ता चीन की शर्त ने रोक रखा है। चीन चाहता है कि भारत वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर बनी अपनी कुछ रणनीतिक चौकियों को हटाए। सरकार में चीन की इस मांग पर मंथन चल रहा है। चीनी सैनिकों की घुसपैठ को पहली बार 15 अप्रैल को भारत-तिब्बत सीमा पुलिस ने देखा था। इसके बाद भारत की ओर से विभिन्न स्तरों पर यह मसला उठाया गया, लेकिन चीन ने किसी तरह की घुसपैठ से साफ इनकार किया है। इस तरह इस मसले पर दोनों देशों के बीच दो सप्ताह से गतिरोध है। दोनों देशों के बीच 18 और 23 अप्रैल को फ्लैग मीटिंग हो चुकी है, पर समाधान नहीं निकला। यहां मिली जानकारी के मुताबिक, चीन ने नए टेंट लद्दाख में बुर्त्से से 70 किलोमीटर दक्षिण में गाड़े हैं। इन टेंटों पर चीनी सेना ने अंग्रेजी में लिखा है कि आप चीन के इलाके में हैं। सूत्रों ने बताया कि चीनी सैनिक एके एसॉल्ट राइफलों से लैस हैं। सूत्रों के मुताबिक चीनी सेना ने ये अतिरिक्त टेंट दो फ्लैग मीटिंग के बेनतीजा होने के बाद लगाए हैं। हालांकि, गतिरोध अभी तक शांतिपूर्ण है। दोनों पक्ष एक-दूसरे को वापस लौटने का बैनर दिखाते हुए जमे हुए हैं। माना जा रहा है कि राकी नाला इलाके में 50 चीनी सैनिक हैं। चीनी फौजियों के साथ न केवल गाड़ियां हैं, बल्कि विवादित स्थल से 25 किमी दूर स्थित स्थायी चौकी से गाड़ियों की आवाजाही भी हो रही है। चीन भारतीय क्षेत्र से अपने सैनिकों को हटाने के कोई संकेत नहीं दे रहा है। सूत्रों ने कहा कि घुसपैठ पर गतिरोध खत्म करने के प्रयासों के कोई परिणाम सामने नहीं आ रहे हैं। ऐसा इसलिए है, क्योंकि चीन इस जिद पर अड़ा हुआ है कि भारत उन चौकियों को ध्वस्त करे जिसका निर्माण उसने सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण मोर्चे पर किया है। सूत्र बताते हैं कि चीन का एतराज मुख्य रूप से जिस भारतीय चौकी को लेकर है, वह पूर्वी लद्दाख में दो पहाड़ियों के बीच है। इसकी अहमियत का अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि यहां से चीन की ओर का बड़ा इलाका भारतीय सेना की नजर में आता है। चौकी नजर में आने के बाद चीन ने इसे 1996 में दोनों देशों के बीच सैन्य क्षेत्र में विश्वास बहाली के उपायों के विपरीत बताते हुए एतराज जताया था।

NCR Khabar News Desk

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