बॉलीवुड अभिनेता संजय दत्त पिछले महीने दिए गए सुप्रीम कोर्ट के आदेश के खिलाफ पुनर्विचार याचिका दाखिल करने के विकल्प पर विचार कर रहे हैं।
यह जानकारी अभिनेता के करीबी सूत्रों ने दी।
1993 के मुंबई बम धमाकों के सिलसिले में सुप्रीम कोर्ट ने 21 मार्च के अपने फैसले में अभिनेता को शस्त्र कानून के तहत दोषी ठहराए जाने पर अपनी मुहर लगाई थी।
अदालत ने उन्हें पांच साल कैद की सजा सुनाई जिसमें से वह 18 महीने की सजा पहले ही काट चुके हैं। शेष सजा को पूरी करने के लिए कोर्ट ने दत्त को चार हफ्ते के अंदर विशेष टाडा कोर्ट में समर्पण करने को कहा है।
यह समय सीमा 18 अप्रैल को खत्म हो रही है। अभिनेता के करीबी सूत्रों ने कहा कि संजय दत्त के पास पुनर्विचार याचिका दाखिल करने का विकल्प है और राहत नहीं मिलने पर वह सुधारात्मक याचिका दाखिल कर सकते हैं।
पुनर्विचार याचिका उसी बेंच के सामने दाखिल की जा सकती है, जिसने ट्रॉयल कोर्ट के आदेश के खिलाफ उनकी याचिका की सुनवाई की थी जबकि सुधारात्मक याचिका की सुनवाई बड़ी बेंच द्वारा की जाएगी।
अभिनेता के वकील सतीश मानेशिंदे ने कहा कि पुनर्विचार याचिका दाखिल करने का विकल्प मौजूद है लेकिन अभी इस बारे में कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है।
इसके अलावा वह प्रदेश के राज्यपाल से क्षमा की अपील कर सकते हैं लेकिन अभिनेता ने हाल ही में कहा था कि वे ऐसा नहीं करेंगे।
क्षमादान की बढ़ती मांग के बीच 53 वर्षीय अभिनेता ने 28 मार्च को मीडिया से कहा था कि वह क्षमादान की अपील नहीं करेंगे।
राज्यपाल के शंकरनारायणन ने इस महीने की शुरुआत में 60 से अधिक पत्रों (जिसमें उन्हें क्षमा करने और सजा देने दोनों ही शामिल हैं) को गृहमंत्रालय को भेजा है।