आजकल कम उम्र में कई लोगों की टमी निकल आती है। टमी को वेस्टर्न डे्सेज में छुपाया नहीं जा सकता। बाजार में कई तरह के बेल्ट या स्लिमिंग टी आ गई हैं जो टमी को कम करने का दावा करती हैं। लेकिन केवल योगासन ही एक मात्र ऐसा उपाय है जिससे पेट को सही आकार दिया जा सकता है।
हस्त कटिपादासन की विधि- कंबल या दरी बिछाकर दोनों पैरों में थोड़ा फासला रखकर खड़े हो जाएं तथा छाती की सीध में फैलाएं। अब गहरी सांस लें और कमर को जितना घुमा सकते हैं, घुमाएं, दाएं-बाएं दोनों तरफ तीस-चालीस सेकंड से प्रारंभ करके दो मिनिट तक का समय बढ़ाएं।
आसन के लाभ- हस्त कटिपादासन के नियमित अभ्यास से कंधे लचीले और पुष्ट होते हैं। बांहें मजबूत बनती हैं। वात रोग दूर होते हैं। छाती और कमर के रोगों से निपटने के लिए यह आसन बेहद फायदेमंद है। रक्त शुद्ध होता है। त्वचा की चमक बढ़ती है, चेहरे का आकर्षण बढ़ता है। इस आसन से मोटे शरीर वाले लोगों को 3-4 महीने में ही फायदा मिलने लगता है। इससे कमर पतली और आकर्षक हो जाती है।
इसके अलावा टमी को कम करने के लिए खानपान पर भी ध्यान देना जरूरी है। इसीलिए इस आसन के साथ ही इन बातों का ध्यान भी जरूर रखें।
– भोजन में सलाद की मात्रा अधिक लें। ऑइली फूड अवोइड करें।
– बहुत ज्यादा फैट वाला नॉनवेज न ही लें तो बेहतर होगा।
– हफ्ते में कम से कम चार दिन आधे घंटे का वर्क आउट करें।
– एक ही स्थान पर अधिक देर तक बैठे रहने के बजाए चलना-फिरना बढ़ा दें। सक्रिय जीवनशैली पेट को सपाट रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
– भोजन में वसा और शकर की मात्रा कम कर दें। इनके कारण पाचन क्रिया बोझिल हो जाती है। कम वसा व शकर वाले पदार्थ आसानी से पच जाते हैं और पेट पर जुल्म नहीं करते।