main newsघर-परिवारलाइफस्टाइल

माँ दुर्गा पूर्ण करेंगी सारी मनोकामना:- गुप्त नवरात्रि 19 जून 2023 से 28जून 2023 तक

Gupt Navratri 2023: 18 या 19 जून, कब से शुरू हो रही गुप्त नवरात्रि, जानें सही तिथि, शुभ मुहूर्त और पूजा विधि 

गुप्त नवरात्रि में देवी दुर्गा के 10 दिव्य स्वरूप मां काली, मां तारा, मां त्रिपुर सुंदरी, मां भुवनेश्वरी, मां छिन्नमस्ता, मां त्रिपुर भैरवी, मां धूमावती, मां बगलामुखी, मां मातंगी और मां कमला की पूजा की जाती है। जानिए कब से है शुभ मुहूर्त 19 जून को प्रातःकाल 5 बजकर 30 मिनट से लेकर 7 बजकर 27 बजे तक रहेगा. अभिजीत मुहूर्त सुबह 11 बजकर 55 मिनट से लेकर दोपहर 12 बजकर 50 मिनट तक रहेगा. इस मुहूर्त में भी आप कलश स्थापना कर सकते हैं।

हाथी की सवारी पर आगमन और प्रस्थान हाथी पर होगा
मां दुर्गा का हाथी पर सवार होकर आना या प्रस्थान करना शुभ माना जाता है। हाथी की सवारी अच्छी वर्षा होगी, अच्छी पैदावार होगी और सुख-समृद्धि का संकेत है। माता का आह्वान करें इन 10 मंत्रों से

सर्वकल्याण के लिए- 

सर्व मंगल मांगल्ये शिवे सर्वार्थ साधिके। शरण्येत्र्यंबके गौरी नारायणि नमोस्तुऽते॥ 

* आरोग्य एवं सौभाग्य प्राप्ति के लिए- 

रूपं देहि जयं देहि यशो देहि द्विषोजहि॥ 

देहि सौभाग्यं आरोग्यं देहि में परमं सुखम्‌। 

* बाधा मुक्ति एवं धन-पुत्रादि प्राप्ति के लिए- 

सर्वाबाधा विनिर्मुक्तो धन धान्य सुतान्वितः।

मनुष्यों मत्प्रसादेन भवष्यति न संशय॥ 

* सुलक्षणा पत्नी प्राप्ति के ‍‍‍लिए- 

पत्नीं मनोरमां देहि मनोवृत्तानुसारिणीम्। 

तारिणीं दुर्ग संसारसागस्य कुलोद्‍भवाम्।। 

* दरिद्रता नाश के लिए- 

दुर्गेस्मृता हरसि भतिमशेशजन्तो: स्वस्थैं: स्मृता मतिमतीव शुभां ददासि। 

दरिद्रयदुखभयहारिणी कात्वदन्या सर्वोपकारकरणाय सदार्द्रचित्ता।। 

* ऐश्वर्य प्राप्ति एवं भय मुक्ति मंत्र- 

ऐश्वर्य यत्प्रसादेन सौभाग्य-आरोग्य सम्पदः। 

शत्रु हानि परो मोक्षः स्तुयते सान किं जनै॥ 

* विपत्तिनाशक मंत्र- 

शरणागतर्दिनार्त परित्राण पारायणे। 

सर्वस्यार्ति हरे देवि नारायणि नमोऽतुते॥ 

* शत्रु नाश के लिए- 

ॐ ह्रीं बगलामुखी सर्वदुष्‍टानां वाचं मुखं पदं स्तंभय जिह्वाम् कीलय बुद्धिम्विनाशाय ह्रीं ॐ स्वाहा।।

* स्वप्न में कार्य-सिद्धि के लिए- 

दुर्गे देवी नमस्तुभ्यं सर्वकामार्थसाधिके। 

मम सिद्धिमसिद्धिं वा स्वप्ने सर्वं प्रदर्शय।। 

* सर्वविघ्ननाशक मंत्र- 

सर्वबाधा प्रशमनं त्रेलोक्यस्यखिलेशवरी। 

एवमेय त्वया कार्य मस्माद्वैरि विनाशनम्‌॥

सभी मन्त्रो का उच्चारण सही होना चाहिए पूर्ण प्रभाव कणJ9

Related Articles

Back to top button