दुष्कर्म और बर्बरता की शिकार हुई पांच साल की ‘गुड़िया’ का इलाज कर रहे एम्स के डॉक्टरों ने बताया कि उसकी हालत स्थिर है। बच्ची की जान को कोई खतरा नहीं है।
एम्स के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉक्टर डीके शर्मा ने पत्रकारों को बताया, ”बच्ची का ऑपरेशन किया गया है। वह होश में है। उसने अपने मां-बाप, डॉक्टर और नर्स से बात भी की है।”
एम्स के मेडिकल बुलेटिन के मुताबिक ’गुड़िया’ की हालत तेजी से सुधर रही है। हालांकि उसे बुखार है। ‘गुड़िया’ पर दवाओं का सही असर हो रहा है। ‘गुड़िया’ को हॉस्पीटल से डिस्चार्ज करने में कम से कम दो सप्ताह का वक्त लग सकता है।
पुलिस के हत्थे चढ़ा बलात्कारी
इस मामले में शुक्रवार की देर रात पुलिस ने ‘गुड़िया’ से बलात्कार के मामले में मनोज नाम के शख्स को बिहार के मुजफ्फरपुर के एक गांव से गिरफ्तार किया और दिल्ली लाई। उससे पूछताछ चल रही है।
पुलिस के अनुसार, मनोज ने 15 अप्रैल को छह बजे के करीब ‘गुड़िया’ को कमरे में ले जाने की बात स्वीकारी है। ‘गुड़िया’ की मां ने भी कहा था कि बच्ची छह बजे के करीब गायब हो गई थी।
मनोज के साथ दूसरा कौन…?
मनोज ने पुलिस से कहा है कि ‘गुड़िया’ से दरिंदगी में उसका एक दोस्त भी शामिल था, जिसका नाम प्रदीप है। उसने प्रदीप का फोन नंबर पुलिस को दिया है, जो स्विच ऑफ है।
मनोज का यह भी दावा है कि ‘गुड़िया’ का यह हाल उसने नहीं बल्कि प्रदीप ने किया है। पुलिस प्रदीप की तलाश कर रही है। उसके गिरफ्तार होने के बाद सच से सारे पर्दे उठेंगे।