बाबा रामदेव के गुरु शंकरदेव की तलाश में सीबीआई खाक छान रही है। ऐसे में उनके एक शिष्य स्वामी कर्मवीर ने स्पष्ट किया है कि शंकरदेव को खोजना अब नामुमकिन है।
स्वामी कर्मवीर ले अपनी पुस्तक ‘प्राण साधना एवं योग रहस्य’ में यह भी खुलासा किया कि शंकरदेव ने अपने साथ ‘अनहोनी’ की आशंका जताई थी। इसके दो दिन बाद ही शंकरदेव लापता हो गए।
हरिद्वार के कृपालु बाग आश्रम कनखल से सात साल पहले स्वामी शंकरदेव रहस्यमय हालात में लापता हो गए थे। आश्रम से टहलने निकले गुरु आज तक नहीं लौटे।
काफी खोजबीन के बाद उनके शिष्य आचार्य बालकृष्ण ने कनखल थाने में उनकी गुमशुदगी दर्ज कराई थी। तफ्तीश में शंकरदेव का पुलिस कोई सुराग नहीं लगा पाई। अब यह मामला सीबीआई के हवाले है। सीबीआई की टीम पिछले एक माह से हरिद्वार में डेरा डाले हुए है।
बताते चलें कि बाबा रामदेव, बालकृष्ण और कर्मवीर शंकरदेव के शिष्य थे। स्वामी कर्मवीर ने कुछ दिनों बाद रामदेव और बालकृष्ण से अलग होकर महाराष्ट्र के लोनावाला में महर्षि पतंजलि योग फाउंडेशन बना लिया, तब से वह महाराष्ट्र में योग सिखा रहे हैं।
कर्मवीर ने हाल ही में अपनी पुस्तक ‘प्राण साधना एवं योग रहस्य’ में गुरु शंकरदेव से जुड़े तथ्यों को उजागर किया है। उन्होंने लिखा है कि शंकरदेव आज इस दुनिया में नहीं हैं।
फोन कॉल का हवाला देते हुए उन्होंने कहा है कि शंकरदेव ने उनसे बातचीत में कहा था- ‘मैं आश्रम की कुछ गतिविधियों से बहुत निराश हूं और इनका व्यवहार भी मेरे प्रति बहुत पीड़ादायक है, मेरे साथ कोई भी अनहोनी हो सकती है। शायद मेरी आपसे अंतिम यह बात होगी’।
इस बात के दो दिन बाद ही खबर मिली कि गुरु शंकरदेव कहीं चले गए हैं और उनकी कोई खबर नहीं है। स्वामी कर्मवीर कहते हैं कि ऐसे में सीबीआई शंकरदेव को कहां से खोज पाएगी। उनका आज तक न शव मिला और न ही मौत का कारण।