ग्रेनो में दो बिल्डिंग जमींदोज: बिल्डरों की लापरवाही और लालच हादसे का जिम्मेदार, स्थानीय लोग भड़के

शाहबेरी गांव में दो इमारतों के गिरने से स्थानीय लोगों में काफी रोष नजर आया। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना था कि शाहबेरी गांव में बिल्डरों ने औने पौने दामों पर जमीन खरीद लीं और बिना किसी नियम का पालन किए निर्माण कार्य करने लगे। यहां नोएडा या ग्रेटर नोएडा की तुलना में सस्ते मकान उपलब्ध कराए जा रहे थे।
ग्रेनो वेस्ट में हुए दर्दनाक हादसे की खबर सुनकर जिलाधिकारी, एसएसपी, एसपी सिटी, एसपी देहात घटनास्थल पर पहुंच गए । साथ ही कई थानों की पुलिस भी मौके पर पहुंचकर राहत और बचाव कार्य जुट गई ।वहीं, इतने बड़े हादसे के बावजूद प्राधिकरण का कोई भी अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा। इससे लोगों में नाराजगी दिखी।
16 परिवारों के दबे होने की आशंका
मौके पर पहुंचे लोगों ने बताया की निर्माणाधीन बिल्डिंग में हादसे के दौरान 4 परिवार और उसके बराबर स्थित बिल्डिंग में 12 परिवार रह रहे थे। इन सभी परिवारों के मलबे में दबे होने की आशंका है। इसके अलावा बिल्डिंग के बराबर में एक या दो झुग्गी झोपड़ी में रहने वाले लोगों के भी मलबे में दबे होने की बात कही जा रही है। हालांकि आधिकारिक रूप से देर रात तक मलबे में दबे होने वाले लोगों संख्या की जानकारी नहीं दी जा सकी।
रास्ता खराब होने से राहत कार्य में देरी
शाहबेरी गांव की भूमि पर बनी कॉलोनी में जिस स्थान पर हादसा हुआ, वहां कीचड़ होने के कारण राहत व बचाव कर्मियों को पहुंचने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। अधिकारियों ने बताया कि सड़कें खराब और कम चौड़ी हैं इसलिए जेसीबी मशीन और क्रेन में ले जाने में दिक्कत हो रही है।