महज चार दिनों के भीतर सत्यबाला की हंसती-खेलती जिंदगी में ऐसा तनाव आया कि वे इसका बोझ संभाल नहीं सकीं और बेटी के साथ मौत का दामन थाम लिया। पड़ोसियों और रिश्तेदारों की मानें, तो शनिवार को सीबीआई छापे के बाद से सत्यबाला काफी परेशान हो गई थीं। इसके बाद से ही मां-बेटी ने फ्लैट से बाहर निकलना बंद कर दिया था। उन्हें अपने परिवार के भविष्य की चिंता सताने लगी थी। उन्हें डर था कि इस दलदल में उनका बेटा भी तो नहीं फंस जाएगा।
सीबीआई ने सत्यबाला के बेटे योगेश बंसल से भी पूछताछ की थी, जिसके बाद डर की वजह से वह कहीं चला गया था। घूस लेकर मुंबई की किसी कंपनी को फायदा पहुंचाने के आरोप में गिरफ्तार हुए बीके बंसल के घर पर शनिवार दोपहर से शुरू हुई छापेमारी रविवार तड़के तक चली थी। सीबीआई की टीम ने घर के एक-एक सामान की तलाशी ली थी। इसके बाद सोमवार को एक बार फिर सीबीआई की टीम नीलकंठ अपार्टमेंट स्थित बीके बंसल के फ्लैट पर छापेमारी करने पहुंची थी। मंगलवार सुबह पांच बजे तक फ्लैट पर छापेमारी चली। इससे नेहा और सत्यबाला काफी तनाव में थीं।