मुंबई। मुंबई पर हुए 26/11 हमले के मुख्य आरोपी आतंकी अबू जिंदाल इन दिनों अजमल कसाब के ‘भूत’ से बेहद परेशान है। आर्थर रोड जेल में बंद जिंदाल का कहना है कि हर राज कसाब उसके सपने में आता है और उसे सोने नहीं देता है। जिंदाल के इस शिकायत के बाद स्पेशल मकोका कोर्ट ने जेल प्रशासन से उसकी मेडिकल जांच 15 दिनों में पूरी करके सौंपने को कहा है।
पिछले साल फांसी पर चढ़ चुके कसाब के आका रहे आतंकी जिंदाल के वकील एजाज नकवी ने कहा, ‘जिंदाल ने कोर्ट में एक अपील दाखिल की जिसमें उसने कहा है कि पिछले साल जब उसे सऊदी अरब में पकड़ा गया था तब वह मानसिक रूप से बेहद परेशान था। बाद में जब उसे तिहाड़ जेल लाया गया तो वहां भी उसका इलाज चला था। साथ ही यह भी कहा कि कसाब उसके सपने में आता है।’ इसके अलावा उसने अपील में लिखा कि उसे पीठ में भी दर्द है। सैय्यद जाबुउद्दीन अंसारी उर्फ अबू जिंदाल पर 2006 में औरंगाबाद में हथियारों के जखीरा बनाने के मामले में मकोका कोर्ट में सुनवाई चल रही है। जिंदाल का मानसिक परीक्षण किया जाएगा। जिंदाल आर्थर रोड जेल के उसी अंडा सेल में बंद है जहां आतंकी कसाब को कैदी बनाकर रखा गया था। जिंदाल ने उस सेल से कहीं और रखने की अपील भी की है।
मुंबई पर हुए 26/11 हमले के मुख्य आरोपी जिंदाल के वकील नकवी ने कहा, ‘जिंदाल की अपील पर जेलर का जवाब था कि वह अभी पूरी तरह से ठीक है। हालांकि कल कोर्ट ने जिंदाल की मेडिकल जांच करने को कहा है।’ मकोका कोर्ट ने पिछले महीने 2006 में औरंगाबाद में मिले हथियारों के जखीरों के मामले की सुनवाई शुरू की है और इस मामले में जिंदाल समेत 22 लोग आरोपी बनाए गए हैं। महाराष्ट्र एटीएस टीम ने आठ मई, 2006 में औरंगाबाद के निकट चंदवाड और मनमाड हाइ-वे पर एक टाटा सूमो व इंडिका कार बरामद की थी। साथ ही तीन आतंकी भी पकड़े गए थे। इन गाड़ियों से 30 किलो आरडीएक्स, 10 एके-47 राइफल और 32 सौ बुलेट बरामद किया गया था। इंडिया कार महाराष्ट्र के बीड़ जिले का रहने वाला जिंदाल चला रहा था जिसने उस समय पुलिस को एक स्लिप दिया और एक परिचित की गाड़ी बताई।
क्राइम ब्रांच के अनुसार, मई 2006 में जिंदाल लश्कर-ए-तैयबा के सहयोग से फर्जी पासपोर्ट के आधार पर बांग्लादेश होते हुए पाकिस्तान भाग गया था। कई चरणों तक चली बातचीत के बाद सऊदी अरब ने पिछले साल जून में जिंदाल को भारत को सौंपा था।