नई दिल्ली/हैदराबाद. संसद पर हमले के दोषी अफजल गुरु के खिलाफ बयान देने के बाद भाजपा नेता मुख्तार अब्बास नकवी को कुछ आतंकियों ने धमकी दी है। धमकी से चिंतित नकवी ने गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे से अपने लिए सुरक्षा मांगी है। इस समय औसतन एक वीआईपी की सुरक्षा में तीन पुलिसवाले तैनात हैं और आम जनता की सुरक्षा के लिए पुलिस की घोर किल्लत है।
उधर, आंध्र प्रदेश में ब्लास्ट का शोर थम गया है, लेकिन सांसदों का शोर अब संसद नहीं चलने दे रहा है। लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही शुरू होते ही 12 बजे तक के लिए स्थगित करनी पड़ी। दोनों सदनों में विपक्ष की मांग थी कि प्रश्नकाल स्थगित कर सरकार धमाकों पर बयान दे। विपक्षी सांसद यह कह कर शोर मचा रहे थे कि जब सरकार के पास इनपुट थे, तो समय रहते जरूरी कदम क्यों नहीं उठाए गए (बम ब्लास्ट से पहले हुआ था बयानों का विस्फोट)? 12 बजे कार्यवाही शुरू होते ही राज्यसभा में वही माहौल रहा और कार्यवाही दोपहर ढाई बजे तक के लिए स्थगित करनी पड़ी। लोकसभा में थोड़े शोरशराबे के बाद कार्यवाही चल सकी और नेता प्रतिपक्ष सुषमा स्वराज ने समय रहते एहतियातन कार्रवाई नहीं करने के लिए सरकार को दोषी ठहराया। बीजेपी ने हैदराबाद ब्लास्ट पर राजनीति भी शुरू कर दी है। पार्टी ने आंध्र प्रदेश में राज्यव्यापी बंद का आह्वान किया है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह दोपहर दो बजे हैदराबाद के लिए रवाना होंगे।
आंध्र प्रदेश में हुआ बम धमाका क्या अफजल की फांसी का बदला है? यह सवाल इसलिए उठ रहा है क्योंकि अफजल की फांसी के बाद लश्कर ने खुले आम चेतावनी दी थी कि वह इसका बदला लेगा। शुरुआती जांच से शक की सूई भी लश्कर और इंडियन मुजाहिदीन की ओर जा रही है।गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे से जब पूछा गया कि क्या यह अफजल गुरू को फांसी दिए जाने की प्रतिक्रिया थी? तो इसका खंडन करने से उन्होंने इनकार किया। उन्होंने कहा मैं फिलहाल इस बारे में कुछ नहीं कह सकूंगा।