18 साल बाद कांग्रेस का कोई मंत्री रेल बजट पेश कर रहा है. आम चुनाव को देखते हुए उनके सामने बड़ी चुनौती होगी. पढ़िए रेल बजट लाइव..
रेल बजट -2013 इस लिहाज से अहम है कि अगले साल लोकसभा चुनाव होने हैं और कांग्रेस कभी नहीं चाहेगी कि बजट में कुछ कठोर फैसले लिए जाएँ.
जानकारों के मुताबिक रेल मंत्री पवन बंसल लोकलुभावन बजट पेश करेंगे.
इसमें जहां 50 से ज्यादा नई रेलगाड़ियों की घोषणा की जाएगी, वहीं ढेरों रेलगाड़ियों का फेरा बढ़ाने की भी घोषणा होगी. बजट से पहले ही हर राज्य और वहां की कांग्रेस इकाई की ओर से रेल मंत्री पर ज्यादा से ज्यादा ‘तोहफे’ देने का दबाव बनाया गया है.
लेकिन रेलवे की माली हालत इसकी इजाजत नहीं देती. इसी के मद्देनजर यूपीए सरकार ने रेल बजट से पहले ही रेल यात्री किरायों में बढोत्तरी कर दी.
हालांकि घाटे को देखते हुए किराया बढ़ाने से मिला पैसा ऊंट के मुंह में जीरे के समान होगा.
इसलिए ऐसी खबरें हैं कि पवन बंसल रेल बजट में यात्री सुविधा शुल्क यानी किराए के ऊपर नया सेस लगाने की घोषणा कर सकते हैं.
इससे आम यात्री की जेब और ढीली होगी.