भारत दौरे पर आए ब्रिटेन के प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने कहा है कि कोहिनूर हीरे को भारत को नहीं लौटाया जाएगा।
कैमरन ने कहा कि शाही ताज में जड़ चुका कोहिनूर हीरा उनका है और वह इसे किसी दूसरे देश को लौटाना नहीं चाहेंगे।
105 कैरेट के कोहिनूर हीरे को भारत पर अंग्रेजों के कब्जे के दौरान ब्रिटेन ले जाया गया था। कोहिनूर हीरा फिलहाल लंदन टावर में रखा हुआ है।
जब कैमरन से कोहिनूर हीरे को वापस लौटाने से संबंधित सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि यह सही अप्रोच नहीं है। उन्होंने कहा कि यह उसी तरह का सवाल है जैसा कि एलगिन संगमरमर का है। इसका सही जवाब तो ब्रिटिश कल्चरल इंस्टिट्यूशन ही दे पाएंगे।
इस बारे में आगे बोलते हुए कैमरन ने कहा जहां तक उनका मानना है वे चीजों को वापस लौटाने में विश्वास नहीं करते। उन्होंने कहा कि मुझे नहीं लगता कि ये एक समझदारी वाली बात है।
मालूम हो कि ग्रीस के पत्थरों से बनी मूर्तियों को भी इंग्लैंड लाया गया था। ग्रीस एक लंबे समय से उन्हें वापस लौटाने की मांग करता रहा है। लेकिन ब्रिटेन उन्हें भी लौटाने से साफ इनकार कर चुका है।
कैमरन ने कहा कि वो पीछे जाने के बजाए भारत के साथ मौजूदा और भविष्य के रिश्तों के बारे में अपना ध्यान केंद्र करना चाहते हैं।
गौरतलब है कि 1850 में तत्कालीन गवर्नर जनरल ने कोहिनूर हीरे को महारानी विक्टोरिया के सामने तोहफे के तौर पर पेश किया था। बाद में इसे महारानी एलिजाबेथ-प्रथम के ताज में सजा दिया गया था।
1997 में भारत की आजादी की 50वीं सालगिरह पर जब महारानी एलिजाबेथ-2 भारत आई थीं, तब कोहिनूर हीरे की भारत वापसी की मांग जोरदार तरीके से उठी थी।