लंदन।। लंदन के हीथ्रो इंटरनैशनल एयरपोर्ट पर योग गुरु बाबा रामदेव को रोक कर उनसे 6 घंटे से भी अधिक वक्त तक पूछताछ की गई। कस्टम विभाग के अधिकारियों ने उनसे क्यों पूछताछ की है, इसके बारे में साफ-साफ पता नहीं चल पाया है। रविवार को होने वाले जिस कार्यक्रम में भाग लेने के लिए रामदेव लंदन पहुंचे हैं उसके आयोजकों का कहना है कि बाबा रामदेव के पास संस्कृत की किताबें थीं और इसी संबंध में उनसे पूछताछ की गई।
बताया यह भी जा रहा है कि बाबा रामदेव यहां बिज़नस वीजा के बजाय विज़िटर वीजा पर आए थे, इसलिए कस्टम अधिकारियों ने उनसे पूछताछ की। कुछ खबरों में यह भी दावा किया गया है कि रामदेव से उन दवाओं के बारे में पूछा गया, जिन्हें वह अपने साथ लाए हैं। हालांकि, उनके प्रवक्ता एस. के. तेजरावाला ने इन रिपोर्टों को बेबुनियाद बताया है।
इस पूरी घटना के बाद रामदेव ने मीडिया से बातचीत में कहा कि उन्हें इस तरह रोके रखने का कोई कारण नहीं बताया गया। इस बारे में और पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘इसकी वजह सोनिया (कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी) से पूछो।’
तेजारवाला ने बताया, ‘यह स्पष्ट नहीं है कि योग गुरु को किसलिए 6 घंटे से अधिक समय तक रोक कर रखा गया। वह अपने साथ अपने निजी सामान के अलावा कुछ भी नहीं लिए हुए थे। यह तो ब्रिटिश प्रशासन ही बता सकता है कि उन्हें क्यों रोका गया।’
रामदेव यहां एक समारोह में भाग लेने के लिए आए हैं। समारोह के आयोजकों में से एक ने बताया कि वह अपने साथ हिंदी और संस्कृत में लिखी कुछ किताबें लिए हुए थे, जिसे लेकर उनसे पूछताछ की गई है। उन्हें रोके जाने का असली कारण अभी स्पष्ट नहीं हो सका है।
गौरतलब है कि लंदन के हीथ्रो एयरपोर्ट पर भारत की नामी हस्तियों को पूछताछ के लिए घंटों रोके जाने की यह पहली घटना नहीं है। पिछले दिनों क्रिकेटर से नेता बने कीर्ति आजाद से भी कई घंटे पूछताछ की गई थी।