नई दिल्ली चुनावी साल में अल्पसंख्यकों को लुभाने का कोई भी मौका केंद्र सरकार छोड़ना नहीं चाहती है। इस मामले में केंद्रीय संचार मंत्री कपिल सिब्बल तो दो कदम आगे ही चलते हैं। हद तो तब हो गई जब गुरुवार को नोकिया ने उर्दू में चलने वाला भारत का पहला मोबाइल फोन लांच किया तो इसका सारा श्रेय सिब्बल ने लेने की कोशिश की। सिब्बल ने कहा कि छह महीने पहले उन्होंने ही नोकिया के अधिकारियों को उर्दू भाषा में टाइप की सुविधा वाला फोन तैयार करने का सुझाव दिया था।
नोकिया ने भारतीय बाजार में नोकिया 114 के नाम से इस फोन को लांच किया है। इसकी कीमत 2,579 रुपये रखी गई है। इस मौके पर आयोजित कार्यक्रम में सिब्बल को मुख्य अतिथि के तौर पर आमंत्रित किया गया था। सिब्बल ने बताया कि, ‘छह-आठ महीने पहले उन्होंने नोकिया के अधिकारियों को कहा था कि वे उर्दू भाषा वाला फोन भारत में पेश करें। भारत में 15 करोड़ लोग उर्दू भाषा जानते हैं। उन्हें यह फोन काफी पसंद आएगा। कंपनी को भी एक बड़ा बाजार मिलेगा।’ नोकिया के अधिकारियों ने भी इस बात को स्वीकार किया कि उन्हें सिब्बल ने उर्दू भाषा वाला फोन तैयार करने की चुनौती दी थी। नोकिया अभी तक 11 भारतीय भाषाओं में संचालित होने वाले मोबाइल फोन तैयार कर चुकी है।
नोकिया 114 2जी नेटवर्क पर चलने वाला फोन है। इसमें इंटरनेट सहित 0.3 मेगापिक्सल का कैमरा, एफएम रेडियो, वीडियो, 10 घंटे का टॉक टाइम जैसी सुविधाएं हैं। इसे उर्दू, हिंदी व इंगलिश समेत नौ भाषाओं में संचालित किया जा सकता है।