ईरान अब भारत को निर्यात किए जाने वाले तेल का पूरा भुगतान रुपये में लेने को तैयार हो गया है।
ईरान के परमाणु कार्यक्रम को रोकने के उद्देश्य से अमेरिका और पश्चिमी देशों द्वारा लगाए गए आर्थिक प्रतिबंध और भुगतान माध्यमों को बाधित करने के बाद ईरान ने रुपये में भुगतान लेने का निर्णय किया है।
जुलाई 2011 से भारत ईरान को कुल तेल खरीद की 55 फीसदी रकम का भुगतान तुर्की के हाल्क बैंक के माध्यम से यूरो में करता रहा है, जबकि 45 फीसदी का भुगतान सार्वजनिक क्षेत्र यूको बैंक द्वारा रुपये में करता है।
6 फरवरी 2013 में हाल्क बैंक के द्वारा किए जाने वाले भुगतान को प्रतिबंधित कर दिया गया, जबकि यूको बैंक के माध्यम से होने वाले 45 फीसदी भुगतान नियमित रूप से किया जा रहा है।
हालांकि ईरान 55 फीसदी राशि का भुगतान रूसी मुद्रा रूबल और अन्य मुद्राओं में प्राप्त करना चाहता था, लेकिन उस पर आरोपित अमेरिकी प्रतिबंधों के कारण भुगतान के माध्यमों को अंतिम रूप नहीं दिया जा सका।
अंत में उसने भारत के साथ तेल कारोबार रुपये में करने को हरी झंडी दे दी।