कहते हैं कि दोस्त जब दुश्मन बन जाए तो दुश्मन से भी ज्यादा खतरनाक हो जाता है। ये बात 22 साल के एक युवक पर सटीक बैठी जिसे दोस्तों ने दोस्ती की आड़ में दुश्मनी से मार डाला। चोरी का राज खुलने के डर से आरोपी अपने जिगरी दोस्त को घर से बुलाकर ले गया और बाहर ले जाकर हत्या कर डाली।
इलाहाबाद के मुट्ठीगंज इलाके के 22 वर्षीय गगन केसरवानी की हत्या उसके ही दोस्त ने एक अन्य युवक की मदद से कर डाली। गगन को उसका जिगरी दोस्त ही घर से बुलाकर ले गया, फिर नैनी इलाके में अपने साथियों की मदद से चाकू से घोंपकर मार डाला। गर्दन भी आधी काट दी। गगन की क्रूरता से हत्या उसने पर्स चोरी की पोल खुलने और पुलिस के हत्थे चढ़ने के डर से की। दोस्त फरार है। हत्याकांड में साथ रहे दो युवकों को पकड़ा गया है।
मुट्ठीगंज में बाबूगंज मंडी के मक्खनलाल केसरवानी का इकलौता बेटा था गगन। बीकॉम के बाद वह एमकॉम की पढ़ाई करने जा रहा था। इविवि से फार्म भी भरा था। दो बहन हैं। एक की शादी हो चुकी है। दूसरी छोटी है। पिता मक्खनलाल बोरा व्यापारी हैं। रविवार रात करीब साढ़े आठ बजे की बात है। सामने की गली में राजा का हाता निवासी गल्ला व्यापारी अशोक केसरवानी का बेटा आनंद आकर गगन को घर से बुला ले गया। गगन अपनी होंडा एक्टिवा स्कूटी से निकला। पिता मक्खनलाल के मुताबिक, आनंद के साथ उसका भाई सूरज केसरवानी, मामा सुनील केसरवानी और चाका ब्लाक में नई बस्ती निवासी दोस्त राजेश यादव भी था। वे बाइक� और स्कूटी पर रवाना हो गए। आधी रात में नैनी पुलिस ने गगन के घर में जो खबर दी, उससे परिवार के लोग बदहवास हो गए और कोहराम मच गया।
पुलिस ने बताया कि गगन को नैनी में चाका ब्लाक गेट के पास स्कूटी से फेंककर कुछ युवक भाग गए। गगन की गर्दन रेती गई थी। शरीर पर कई और गहरे जख्म थे। उस पर चाकू से हमला किया गया था। पुलिस उठाकर एसआरएन अस्पताल ले गई जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। गगन की स्कूटी और मोबाइल फोन गायब था। गगन के पिता ने हत्या में आनंद, उसके मामा, भाई, दोस्त का हाथ बताते हुए नैनी थाने में तहरीर दी।