रांची।। झारखंड में नक्सलियों के बड़े हमले में एसपी अमरजीत बलिहार सहित सात पुलिसकर्मी शहीद हो गए हैं। नक्सलियों ने हमले को काठीकुंड के जंगलों में उस वक्त अंजाम दिया जब एसपी अमरजीत बलिहार का काफिला दुमका में डीआईजी प्रिया दुबे के नेतृत्व में बुलाई गई मीटिंग से पाकुड़ लौट रहा था।
हमले के बाद घटनास्थल पर अतिरिक्त जवानों को भेजा जा रहा है। ऐसा बताया जा रहा है कि नक्सलियों ने हमले की पूरी तैयारी कर रखी थी। पुलिस पर हमले के लिए लैंडमाइन भी बिछाई गई थीं। ऐसी खबर है कि दोनों तरफ से काफी देर तक फायरिंग हुई।
पुलिस पर ताजा हमले को बीते पखवाड़े छत्तीसगढ़ में राज्य कांग्रेस के काफिले पर हुए हमले से जोड़कर देखा जा रहा है। ऑपरेशन ग्रीन हंट और नक्सलियों के खिलाफ सरकार की रणनीति के बीच नक्सली बार-बार अपनी ताकत को दिखाने की कोशिश करते रहे हैं। छत्तीसगढ़ में हुए हमले में राज्य कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व का लगभग खात्मा ही कर दिया गया था।
बीती 26 जून को, पुलिस ने छतरा जिले में तीन लैंडमाइन बरामद की थी। नक्सली इससे सुरक्षाबलों के काफिले को उड़ा देना चाहते थे। बता दें कि झारखंड के 24 में से 18 जिले में नक्सली सक्रिय हैं।
झारखंड में ऐसा दूसरी बार हुआ है जब किसी एसपी रैंक के अधिकारी की इस तरह हत्या हुई है। इससे पहले, साल 2000 में झारखंड के बिहार से अलग होने से पहले घात लगाकर किए गए हमले में लोहारडागा के एसपी अजय कुमार सिंह की मौत हुई थी।