लीग मुकाबलों में हर टीम को धूल चटाने वाली टीम इंडिया के सामने अब श्रीलंका की चुनौती है। चुनौती ऐसी, जिसे हल्के में लेने की भूल नहीं की जा सकती। और धोनी के धुरंधर यह बात जितना जल्दी समझ लें, उतना अच्छा रहेगा।
करो या मरो वाले चैम्पियंस ट्रॉफी के आखिरी लीग मुकाबले में श्रीलंका ने ऑस्ट्रेलिया को करारी शिकस्त देकर टूर्नामेंट से बाहर कर दिया।
इसमें अहम भूमिका निभाई टीम के अनुभवी बल्लेबाज महेला जयावर्धने ने, जिन्होंने एक छोर संभाले हुए टीम को 250 रनों के पार पहुंचाया।
ऑस्ट्रेलिया को आगे बढ़ने के लिए यह लक्ष्य 29.1 ओवर में हासिल करना था, लेकिन श्रीलंकाई गेंदबाजों ने बहुत जल्द उसके सपने बिखेर दिए। ऐसे में सेमीफाइनल में भारत को इन दोनों चुनौतियों का ख्याल रखना होगा।
एक तरफ उसे जयावर्धने, कुमार संगकारा, तिलकरत्ने दिलशान के बल्ले को खामोश रखना होगा और दूसरी ओर मलिंगा, कुलशेखरा की दनदनाती गेंदों से निपटना होगा। श्रीलंका बड़े मैचों में हमेशा बढ़िया प्रदर्शन करने के लिए जानी जाती है, इसलिए संभलना जरूरी है।
दूसरी ओर, टीम इंडिया का अब तक का सफर धमाकेदार रहा है और वह आगे भी यही फॉर्म जारी रखना चाहेगी। सलामी बल्लेबाज शिखर धवन जोरदार प्रदर्शन कर रहे हैं।
साथ ही रोहित शर्मा भी अच्छी फॉर्म में हैं। इसके अलावा टीम इंडिया के पास विराट कोहली, दिनेश कार्तिक, महेंद्र सिंह धोनी के रूप में विस्फोटक बल्लेबाज भी हैं, जो बहुत कम वक्त में मैच का रुख पलट सकते हैं।
गेंदबाजी की बात करें तो भुवनेश्वर कुमार, उमेश यादव और इशांत शर्मा की तेज गेंदबाजी ने बल्लेबाजों को बांधे रखा है और रवींद्र जडेजा ने घूमती गेंदों से कई विकेट चटकाई हैं। उनकी मदद करने के लिए आर अश्विन भी हैं।
गुरुवार को वेल्स की राजधानी कार्डिफ में होने वाले इस मैच की सारी टिकटें बिक चुकी हैं और अगर बारिश ने खेल न बिगाड़ा तो दर्शक दिलचस्प मुकाबले की उम्मीद कर सकते हैं।
भारत ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टूर्नामेंट का पहला मैच इसी मैदान पर जीता था, जिससे उसके हौसले बुलंद है, जबकि श्रीलंका एक विकट से न्यूजीलैंड से यहां हारी थी।
इससे पहले बुधवार को इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका के बीच पहला सेमीफाइनल खेला जाएगा।