हूटर और सायरन लगे एस्कार्ट की हनक से अब कई माननीय महरूम रहेंगे। राज्य सरकार ने उनसे यह सुविधा छीन कर उसके स्थान पर तीन गनर देने के आदेश दिए हैं।
सरकार ने तय किया है कि एस्कार्ट के स्थान पर माननीयों को तीन गनर दे दिए जाएं। इसके लिए राज्य सरकार ने मंगलवार को आदेश जारी कर दिए।
जिन माननीय से एस्कार्ट की सुविधा वापस ली जा रही है उनमें प्रदेश के निगम, परिषद, आयोग, संस्थाओं आदि में अध्यक्ष/उपाध्यक्ष/सलाहकार पद पर नामित मंत्री/राज्य मंत्री का दर्जा हासिल महानुभाव शामिल हैं।
इन्हें अभी तक सुरक्षा में एस्कार्ट भी मिलता था।
राज्य सरकार ने पिछले दिनों कई लोगों को इस दर्जे से नवाजा था। ऐसे में एक तरफ इनकी संख्या बढ़ती जा रही थी, दूसरी तरफ उन्हें एस्कार्ट व सुरक्षाकर्मियों को मुहैया कराने पर राज्य सरकार पर आने वाला व्यय भी बढ़ रहा था।
ऐसे में सरकार ने इन महानुभावों से एस्कार्ट की सुविधा वापस लेने का निर्णय किया है।
सरकार ने फैसला किया है कि इन माननीयों को एस्कार्ट के स्थान पर तीन पालियों में 24 घंटे ड्यूटी के लिए तीन गनर उपलब्ध करा दिए जाएं।
यह तीन गनर उन्हें एस्कार्ट के अलावा मिलने वाले एक शैडो व एक गनर के अतिरिक्त होंगे।
ऐसे में जहां माननीयों के रुतबे में किसी हद तक कमी आएग़ी वहीं सरकार को कई सुरक्षाकर्मी बचेंगे। वजह यह कि एस्कार्ट में भी चालक के अलावा चार से पांच सुरक्षा कर्मी मौजूद होते हैं।
नई व्यवस्था में एस्कार्ट रहित माननीयों के साथ हर समय तीन सुरक्षाकर्मी मौजूद होंगे।
मंगलवार को जारी इन आदेशों के बारे में संबंधित विभागों के अध्यक्षों, प्रमुख सचिवों व सचिवों को अवगत कराने के साथ ही सभ जिलों के पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों को अवगत करा दिया गया है