चेन्नई। टीम इंडिया के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने चेन्नई में अपनी एक पारी में कई रिकॉर्ड बनाए हैं। वह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैचों (टेस्ट, वन-डे और 20-20) में सबसे अधिक रन बनाने वाले भारतीय कप्तान बन गए हैं। उन्होंने 227 पारियों में 49.37 की औसत से 8215रन बनाए हैं। इससे पहले यह रिकॉर्ड पूर्व भारतीय कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन के नाम था। उन्होंने 230 पारियों में 40.88 की औसत से 8095 रन बनाया था।
चेन्नई टेस्ट क्रिकेट मैच में महेंद्र सिंह धोनी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ किसी टेस्ट की एक पारी में सबसे अधिक रन बनाने वाले पहले भारतीय कप्तान बन गए हैं। इससे पहले यह रिकॉर्ड अजहरुद्दीन के नाम था। उन्होंने 1997-98 में कोलकाता में 246 गेंदों पर नाबाद 163 रन बनाए थे, जबकि तीसरे स्थान पर पूर्व भारतीय कप्तान सौरभ गांगुली हैं जिन्होंने 2003-04 में ब्रिस्बेन में 196 गेंदों पर 144 रन बनाया था। धोनी ने चेन्नई टेस्ट में 265 गेंदों पर 224 रन बनाए। कप्तान के रूप में छह भारतीय ही टेस्ट में शतक जमा पाए हैं।
धोनी ने अंतर्राष्ट्रीय टेस्ट क्रिकेट मैच में किसी भारतीय कप्तान के व्यक्तिगत स्कोर के रिकॉर्ड को भी अपने नाम कर लिया है। अभी तक यह रिकॉर्ड मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंडुलकर के नाम था, जिन्होंने 1999-2000 में अहमदाबाद में न्यूजीलैंड के खिलाफ 344 गेंदों पर 217 बन बनाकर यह रिकॉर्ड अपने नाम किया था। )धोनी 224 रन बना कर पैटिंसन की गेंद पर आउट हुए। चेन्नई की जनता ने उन्हें स्टेंडिंग ओवेशन देकर विदा किया। हालांकि वह सचिन का टेस्ट में सर्वश्रेष्ठ स्कोर (248 नाबाद) का रिकॉर्ड नहीं तोड़ पाए।
अंतरराष्ट्रीय टेस्ट क्रिकेट मैच में किसी भारतीय विकेटकीपर के व्यक्तिगत स्कोर के रिकॉर्ड को भी धोनी ने अपने नाम कर लिया है। उन्होंने पूर्व भारतीय विकोटकीपर बुधि कुंदरन के रिकॉर्ड को तोड़ा है, जिन्होंने 1963-64 में चेन्नई में इंग्लैंड के खिलाफ 192 रन बनाकर यह रिकॉर्ड अपने नाम किया था।
धोनी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अधिकतम रन बनाने वाले दुनिया के पहले विकेटकीपर भी बन गए हैं। पहले यह रिकॉर्ड तस्लीम आरीफ के नाम था। आरीफ ने 1980 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 210 रनों की पारी खेली थी। धोनी टेस्ट में 4000 रन का आंकड़ा छूने वाले विश्व के सातवें विकेटकीपर बन गए। ऑस्ट्रेलिया के गिलक्रिस्ट (5570) सबसे आगे हैं।