बीसीसीआई ने आईपीएल सीजन 6 में स्पॉट फिक्सिंग में गिरफ्तार किए गए तेज गेंदबाज श्रीसंत समेत तीनों खिलाड़ियों को सस्पेंड कर दिया है।
बीसीसीआई की गवर्निंग बॉडी की हुई बैठक में स्पॉट फिक्सिंग की जांच पूरी होने तक तीनों खिलाड़ियों को आईपीएल से निलंबित करने का फैसला लिया गया।
दिल्ली पुलिस ने आईपीएल के मैचों में स्पॉट फिक्सिंग करने के आरोप में तेज गेंदबाज श्रीसंत समेत राजस्थान रॉयल्स के तीन खिलाड़ियों को गिरफ्तार किया है।
पीटीआई के मुताबिक, दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल ने बुधवार देर रात श्रीसंत को मुंबई में उनके एक दोस्त के घर से गिरफ्तार किया, जबकि बाकी दो खिलाड़ियों अजीत चंडिला और अंकित चौहान को नरिमन प्वाइंट स्थित होटल से गिरफ्तार किया।
बुधवार को मुंबई स्थित वानखेड़े स्टेडियम में राजस्थान रॉयल्स और मुंबई इंडियंस के बीच मैच खेला गया था। ये खिलाड़ी मैच खत्म होने के बाद होटल पहुंचे थे, जहां पुलिस ने इन्हें गिरफ्तार कर लिया।
दिल्ली पुलिस के सूत्रों के अनुसार, इन खिलाड़ियों पर आईपीएल सीजन 6 के कुछ शुरुआती मैचों के बाद से ही स्पॉट फिक्सिंग को लेकर नजर रखी जा रही थी। हालांकि पुलिस ने ये नहीं बताया कि इन्होंने किन मैचों में स्पॉट फिक्सिंग की थी।
इन खिलाड़ियों के खिलाफ पर धारा 420 और 120 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
इस मामले में पुलिस ने मुंबई से आठ और दिल्ली से तीन सट्टेबाजों को भी गिरफ्तार किया है, जबकि दो और सट्टेबाजों की तलाश की जा रही है।
स्पॉट फिक्सिंग में राजस्थान रॉयल्स के खिलाड़ियों की गिरफ्तारी के बाद आईपीएल एक बार फिर विवादों में आ गया है।
हालांकि आईपीएल चेयरमैन राजीव शुक्ला इस मामले में अधिक प्रतिक्रिया नहीं दी। उन्होंने कहा कि वह इस मामले में विस्तृत विवरण की प्रतिक्षा कर रहे हैं।
वहीं, राजस्थान रॉयल्स के कार्यकारी अधिकारी रघु अय्यर ने अपनी टीम के तीन खिलाड़ियों के गिरफ्तारी की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि टीम मैनेजमेंट इस मामले में जांच में सहयोग कर रहा है।
उन्होंने कहा कि अगर आरोप सही पाए गए तो सभी आरोपी खिलाड़ियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
वहीं, मलयालम मनोरमा न्यूज चैनल के अनुसार, श्रीसंत के पिता ने कहा है कि महेंद्र सिंह धोनी और हरभजन सिंह ने उनके बेटे को साजिशन फंसाया है। उन्होंने कहा कि धोनी ने श्रीसंत को टेस्ट टीम में शामिल न करने की धमकी दी थी। धोनी के खिलाफ बोलने पर उसे फंसाया गया है।
मैच फिक्सिंग पर आईसीसी की कड़ी नजर के बाद अब स्पॉट फिक्सिंग के मामले सामने आ रहे हैं।
मैच फिक्सिंग में पूरे मैच को फिक्स किया जाता था लेकिन स्पॉट फिक्सिंग में किसी ओवर की एक बॉल को फिक्स किया जाता है।
जीतने हारने के लिए इस दौरान किसी बॉल को वाइड या नो बॉल कर दिया जाता है।