श्री हनुमान सेवा न्यास और श्रीराम राज फाउंडेशन द्वारा जगतगुरु रामभद्राचार्य द्वारा नोएडा स्टेडियम में संचालित श्री रामकथा का सातवाँ दिन श्याम 5 बजे से प्रारंभ हुआ ।
जगतगुरु के मंच पर आने पर श्री राघव की विधिवत पूजा अर्चना हुई पूजा में गणमान्य श्रद्धालुओं की भागीदारी हुई । पूजा के बाद प्रसिद्ध कवि सुनील योगी ने हे राम भक्तों तुम्हें अयोध्या बुला रही है पर ज़बरदस्त प्रस्तुति दी । गाने से प्रसन्न होकर जगतगुरु भी गाने लगे हे राम भक्तों तुम्हें अयोध्या बुला रही है ।
जब गुरु जी ने कथा प्रारंभ की तो स्वयं की रचित रचित चौपाई कालहू डरही न रण रघुवंशी की पंक्तियो का उद्बोधन किया ।
गुरु जी ने बताया की मैं जीवन के ७५ वें वर्ष में पहुँच रहा हूँ जब मैं अपना अमृत महोत्सव मना रहा हूँ उसी समय अयोध्या में राम लला भी मंदिर में प्राण प्रतिष्ठित होंगे ।
कथा का वाचन करते हुए गुरु जी ने आज श्री राम के वन जाने की व्यथा का वर्णन करते हुए कहा भरत का त्याग भी सर्वश्रेष्ठ त्याग की श्रेणी में आता है ,भरत के त्याग से देवता , अयोध्यावासी यहाँ तक रावण भी चकित था । भरत ने अर्थ धर्म कामना और मोक्ष सबका त्याग कर दिया सिर्फ़ भाई के प्रेम में ।
कथा के दौरान नोएडा में चारो तरफ़ बारिश हुई किंतु पंडाल के आस पास बारिश का प्रभाव नही था यह भी एक संयोग और आश्चर्य ही था
कथा अब अपने समापन के अंतिम पड़ाव पर चल रही है और शेष दो दिन की कथा और चलेगी ।