राजेश बैरागी । ग्रेटर नोएडा में आगामी 9 जुलाई से होने जा रही बाबा बागेश्वर धाम नाम से चर्चित पं धीरेंद्र शास्त्री की भागवत कथा की तैयारियां जोरों पर है। तीन लाख लोगों के प्रतिदिन कथा सुनने आने के अनुमान से बनाए जा रहे वाटरप्रूफ पंडाल में सैकड़ों कर्मचारी रात दिन काम में लगे हैं।
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के गोलचक्कर के उस पार सर्विस रोड में घुसने से पहले ही एक विशाल अस्थाई द्वार दिखाई देता है। यह द्वार बाबा बागेश्वर धाम नाम से चर्चित पं धीरेंद्र शास्त्री के द्वारा आगामी 9 जुलाई से कही जाने वाली भागवत कथा स्थल का पश्चिमी प्रवेश द्वार है। यहीं से बाबा बागेश्वर धाम की कथा के आयोजन की भव्यता और विशालता के दर्शन होने लगते हैं। ग्रीन बेल्ट के पीछे लगभग पचास एकड़ खाली पड़ी भूमि पर कथा के लिए विशाल वाटरप्रूफ पंडाल बनाए जा रहे हैं। मुख्य पंडाल 128 फुट गुणा 1000 फुट का है। इसके बांए और दाएं ओर दो और पंडाल बनाए जा रहे हैं।इन दोनों पंडालों की लंबाई तो मुख्य पंडाल जितनी 1000 फुट ही है परंतु चौड़ाई 100-100 फुट है।दूर से देखने पर ऐसा प्रतीत होता है कि मुख्य पंडाल कोई विशाल पक्षी है और दोनों ओर बनाए जा रहे दोनों पंडाल उसके डैने या पंख हैं।
वास्तव में भागवत कथा उस विशाल गरुड़ या कागभुशुण्डि के समान ही है जो ईश्वर से साक्षात्कार करा देता है। मुख्य पंडाल में ठीक सामने त्रिस्तरीय मंच या व्यास पीठ का निर्माण किया जा रहा है। यह 56 गुणा 80 फुट की बनाई जा रही है जिसका पिछला आठ फुट चौड़ा हिस्सा आठ फुट ऊंचा है। यह पंडाल दिल्ली के प्रसिद्ध टैंट हाउस दिल्ली दरबार द्वारा बनाया जा रहा है। दिल्ली दरबार टैंट हाउस संचालक संजय जादौन ने पूछने पर भी यह नहीं बताया कि पंडाल बनाने में कितना खर्च आ रहा है।
कथा स्थल की भूमि को समतल करने में प्राधिकरण का परियोजना विभाग भी पीछे नहीं है।कथा स्थल पर विशेष लोगों के खाने का प्रबंध बांएं ओर रहेगा जबकि आम कथा प्रेमियों के लिए निरंतर भंडारे की व्यवस्था निकट मेट्रो स्टेशन के पास रहेगी।कथा स्थल पर 100 से अधिक दुकानें भी बनाई जा रही हैं।10 गुणा 10 और 16 गुणा 16 फुट के आकार में बनाई जा रही इन दुकानों में खाने पीने के अलावा पुस्तक, पूजा सामग्री,उपहार आदि की दुकानें सजेंगी।
कथा स्थल पर मौजूद कार्यक्रम के मुख्य आयोजक शैलेन्द्र शर्मा शीलू ने बताया कि कथा श्रवण के लिए आने वाले भक्तों को कोई असुविधा न हो, इसका पूरा ध्यान रखा जा रहा है। आयोजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे देवेन्द्र त्यागी ने बताया कि वर्षा होने पर भी कथा आयोजन में कोई बाधा नहीं आएगी। उन्होंने बताया कि बाबा बागेश्वर धाम का कथा के दौरान 10 व 12 जुलाई को दिव्य दरबार लगेगा। कार्यक्रम के मीडिया प्रभारी ललित पंडित ने बताया कि कथा में आने में असमर्थ रहने वाले कथाप्रेमी शहरवासियों के लिए सजीव प्रसारण की व्यवस्था की गई है।