अधिकारियों की जिद के सामने किसानों के आंदोलन को समाप्त करवाने गए दादरी विधायक तेजपाल नागर हुए असफल , किसानों को अपने साथियों की रिहाई और समाधान चाहिए विधायक का आश्वासन नहीं

ग्रेटर नोएडा में 50 दिनों से ज्यादा चल रहे किसान आंदोलन के बीच आज अचानक तेजपाल नागर दादरी विधायक तेजपाल नागर के साथ ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ रितु माहेश्वरी और डीसीपी राम बदन सिंह ने किसानों को बातचीत के लिए आमंत्रित किया जिसमें यह माना जा रहा था कि प्रशासन आज विधायक और प्राधिकरण के अधिकारियों के साथ किसानों की मांगों पर सकारात्मक बातचीत कर इस आंदोलन को समाप्त करने की कोशिश करेगा । लेकिन दादरी विधायक तेजपाल नागर की उपस्थिति में प्रशासन वही ढाक के तीन पात वाली स्थिति में रहा और विधायक तेजपाल नागर भी किसानों को उनके मुद्दे पर कोई ठोस आश्वासन नहीं दे सके और मीटिंग असफल हो गई । जानकारी के अनुसार किसानों ने बातचीत शुरू होने के बाद मुद्दों पर एक-एक करके बात करने का प्रस्ताव रखा साथ ही उन्होंने कहा कि उनका पहला मुद्दा उनके साथ ही किसानों की रिहाई का होगा जिसके बाद घंटों चली बैठक के बावजूद नतीजा शून्य रहा ।

किसानों के साथ दादरी विधायक के सामने प्राधिकरण और प्रशासन की मीटिंग के परिणाम शून्य होने के लिए सरकारी अधिकारियों के हठ को जिम्मेदार माना जा रहा है । एक बड़े अधिकारी ने एनसीआर खबर से कहा कि आंदोलन एक हफ्ते में ही समाप्त हो सकता था अगर प्राधिकरण के सीईओ ने इसे शुरू में ही सही से सुन लिया होता । वहीं दादरी विधायक तेजपाल नागर के तथाकथित प्रयासों को भी मात्र दिखावा बताया ।

विधायक के सामने प्रशासन और प्राधिकरण के अधिकारी किसानों के धरने को रात में खतम कर घर जाने पर अड़े

प्राधिकरण के कार्यालय से आ रही जानकारी के अनुसार प्राधिकरण की सीईओ और पुलिस प्रशासन इस बात पर अड़ गया है कि किसान यहां से आंदोलन खत्म करके जेल जाएंगे और वहां से अपने साथियों की रिहाई लेकर घर चले जाएंगे जबकि किसानों का कहना है कि पहले किसानों की रिहाई होगी वहां धरना स्थल पर आएंगे सारी मांगों पर सहमति जताई जाएगी फिर वह अपने घर जाएंगे । इस पर किसान नेता नरेंद्र खारी, जगवीर नंबरदार, नरेंद्र भाटी, प्रकाश प्रधान, टीकम नागर, विजेंद्र नागर ने प्रशासन के हठ पूर्व रवैया के सामने झुकने से मना कर दिया और बाहर आ गए ।

किसानों को धरना स्थल छोड़कर जेल होते हुए अपने साथियों के साथ घर जाने की अधिकारियों के हठ को लेकर जिले के वरिष्ठ पत्रकार ने एनसीआर खबर को बताया कि सभी आंदोलन परिणीति दिन के उजाले में उसके स्थल पर समाप्त हो ऐसा प्रयास हर आंदोलनकारी का होता है । इसे अधिकारियों की अकुशलता का बड़ा उदाहरण ही कहेंगे कि वह आंदोलनकारियों को उनके जन अधिकार भी देने को तैयार नहीं ।

जानकारी के अनुसार अब प्राधिकरण कार्यालय में विधायक तेजपाल नागर, प्राधिकरण की सीईओ ऋतु माहेश्वरी और प्रशासन के अधिकारी बैठे है वहीं किसान नेता बाहर आकर अपने साथियों से मीटिंग की चर्चा कर रहे है ।

अखिलेश यादव के आगमन के समाचारों ने लखनऊ से अधिकारियों और विधायक को आंदोलन समाप्त करवाने के दिए आदेश

वहीं लखनऊ के सूत्रों के अनुसार अब मुख्यमंत्री कार्यालय इस आंदोलन को लेकर प्राधिकरण के अधिकारियों से बहुत रूष्ट है । माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री कार्यालय से नोएडा प्राधिकरण के ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों और प्रशासन को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि किसी भी हालात में अखिलेश यादव के इस आंदोलन में शामिल होने से पहले इसे समाप्त करा कर इसको हाईप्रोफाइल होने से बचाया जाए ।

दादरी विधायक तेजपाल नागर किसानों से तो उनके साथ चल कर जेल से छुड़वाने की बात कर रहे हैं किंतु प्रशासनिक अधिकारियों से किसानों के हित की और मन की बात कह पाने में नाकाम दिख रहे हैं। अधिकारियों के समक्ष जनप्रतिनिधि का ऐसा समर्पण पहले कभी नहीं देखा

किसान समर्थक
प्राधिकरण का क्षेत्रीय कार्यालय लगभग तैयार जिसका उद्घाटन करने जल्द आ सकते है मुख्यमंत्री

इसके साथ ही आने वाले दिनों में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्वयं गौतम बुध नगर आ सकते हैं । क्योंकि गौतम बुध नगर में नोएडा सेक्टर 122 परथला पर बने फ्लाईओवर का उद्घाटन तय है इसके साथ ही ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण का क्षेत्रीय कार्यालय ग्रेटर नोएडा वेस्ट में भी बनकर तैयार हो चुका है ऐसे में दोनों जगह G20 के कार्यक्रम से पहले मुख्यमंत्री आज इस बात को लेकर भी किसान आंदोलन को समाप्त कराने के प्रयास किए जा रहे है ।

प्रशासन जिनसे बात कर रहा, उन समेत लगभग 50 लोगो पर भी किया मुकदमा

इस पूरे प्रकरण को अधिकारियों द्वारा कितने सतही तौर पर हैंडल किया जा रहा है। इसकी एक झलक प्रशासन और प्राधिकरण की आज की हरकतों से भी पता चल रहा है जानकारी के अनुसार जिन किसान नेताओं को प्राधिकरण ने बातचीत के लिए बुलाया है उन्हीं किसान नेताओं समेत 50 लोगो के खिलाफ आज सुबह वर्क सर्किल 4 के प्रबंधक हरेंद्र ने सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान और सरकारी कार्य में बाधा डालने का मुकदमा दर्ज कराया है । ऐसे में किसानों को ये भी डर भी लग रहा है क्या पुलिस मुकदमे के आधार पर कार्यवाही करते हुए रात को ही किसान नेताओं समेत 50 लोगों को फिर से जेल में डाल देगी ।

ट्विटर पर ट्रेंड हुआ किसान_विरोधी_नोएडा_सीईओ_दीदी_गो_बैक

वही इस समाचार को लिखे जाने के समय ट्विटर पर किसान_विरोधी_नोएडा_सीईओ_दीदी_गो_बैक ट्रेंड करने लगा । माना जा रहा है कि प्राधिकरण की सीईओ के हठ पूर्ण रवैया के कारण किसानों के समर्थकों ने ट्विटर पर सीओ ऋतु महेश्वरी के खिलाफ यह ट्रेंड चलाया गया है ।