ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने निवेशकों की मांग को देखते हुए डाटा सेंटर के लिए 13 भूखंडों की योजना लांच कर दी है। इस योजना के लिए मंगलवार से ही ऑनलाइन आवेदन शुरू हो गए हैं। 04 जुलाई तक पंजीकरण किए जा सकते हैं। अगर सभी 13 भूखंड आवंटित हो जाते हैं तो इससे करीब 20 हजार करोड़ रुपये के निवेश और प्रत्यक्ष- अप्रत्यक्ष को मिलाकर 10 हजार युवाओं को रोजगार के अवसर मिलने का अनुमान है। सभी भूखंड बिक जाते हैं , तो प्राधिकरण को लगभग 1000 करोड़ रुपए की आमदनी होगी।
दरअसल, ग्रेटर नोएडा डाटा सेंटर के हब के रूप में तेजी से उभरा है। कई बड़ी कंपनियां ग्रेटर नोएडा में निवेश करने की इच्छुक हैं। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की सीईओ रितु माहेश्वरी के निर्देश पर 13 डाटा सेंटर भूखंडों की योजना लांच कर दी गई है। इनमें से दो भूखंड नॉलेज पार्क-5 में और शेष 11 भूखंड सेक्टर टेकजोन में स्थित हैं। ये भूखंड 4047 वर्ग मीटर से लेकर 1.07 लाख वर्ग मीटर एरिया तक के हैं।
इस स्कीम की समस्त जानकारी सहित ब्रोशर को ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की वेबसाइट (www.greaternoidaauthority.in) और भारतीय स्टेट बैंक के वेब पोर्टल (https://etender.sbi) पर अपलोड कर दिया गया है। इस स्कीम में पोर्टल के जरिए ऑनलाइन आवेदन किया जा सकता है। ब्रोशर डाउनलोड करने की सुविधा मंगलवार से ही शुरू कर दी गई है। 04 जुलाई तक पंजीकरण कराया जा सकता है। प्रोसेसिंग फीस जमा करने की अंतिम तिथि 06 जुलाई है। डॉक्यूमेंट जमा करने की अंतिम तारीख 08 जुलाई है। भूखंडों का आवंटन ई-ऑक्शन के जरिए होगा। अगर ये सभी 13 भूखंड आवंटित हो जाते हैं, तो करीब 20 हजार करोड़ रुपये का निवेश होगा और 10 हजार युवाओं को प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रोजगार मिलने का आकलन है। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की सीईओ रितु माहेश्वरी का कहना है कि ग्रेटर नोएडा डाटा सेंटर के हब के रूप में तेजी से उभरा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर और कनेक्टीविटी से निवेशक बहुत प्रभावित हैं। निवेशक इस स्कीम के जरिए भूखंड पाकर यहां बड़े पैमाने पर निवेश कर सकते हैं।