नगर निकाय चुनाव संपन्न होने के साथ ही भाजपा संगठन में जिलाध्यक्ष से लेकर बूथ अध्यक्ष तक बदलाव की प्रक्रिया शुरू हो, इसका सबको इंतजार है । जिले में हर पद के लिए दावेदारों का अपने-अपने नेताओं से जुगाड़ लगाने का खेल भी शुरू हो गया है । हर दावेदार निकाय चुनाव में जीत की बधाई के बहाने गौतम बुध नगर सांसद डॉ महेश शर्मा के पास पहुंच रहा है और अपना योगदान बताने से नहीं चूक रहा है ।
गौतम बुध नगर भाजपा के सूत्रों की माने तो जिला अध्यक्ष विजय भाटी 2024 तक एक्सटेंशन मिलने की संभावना 50 -50 हैं । जिसके कारण जिले के नए गौतम बुध अध्यक्ष बनने के लिए तमाम दावेदार अपना-अपना दावा अपने नेताओं तक पहुंचाने में लग गए हैं जहां ब्राह्मण समुदाय से सेवानंद शर्मा, दीपक भारद्वाज, महेश शर्मा जैसे कई लोग निकाय चुनाव में अपनी मेहनत के बल पर संगठन में दावेदारी कर रहे हैं । तो गुर्जर समुदाय से जिला पंचायत सदस्य देवा भाटी भी निकाय चुनाव में गीता पंडित को गुर्जर समुदाय के वोट दिलवाने के साथ ही अपनी दावेदारी भी प्रस्तुत कर रहे हैं । दादरी नगर पालिका चुनाव के चुनाव संयोजक धर्मेंद्र कोरी को भी इस दौड़ में शामिल बताया जा रहा है । हालांकि एनसीआर खबर से बात करते हुए उन्होंने खुद को इस दौड़ से बाहर बताया । वहीं कई समाचार पत्रों में बीते दिनों क्षत्रिय समाज से रवि भदोरिया का नाम भी छापा गया था जिसके लिए रवि भदोरिया से एनसीआर खबर को बताया कि वो भी ऐसी किसी रेस में शामिल नहीं है ।
माना जा रहा है कि जिले कार्यकारिणी के बाद मंडल अध्यक्षों के लिए भी लगातार प्रयास जारी हैं वही जिले में युवा, किसान, पूर्वांचल और महिला मोर्चा में भी ऊपर से नीचे तक पूर्ण बदलाव की तैयारियां हैं ।
बिसरख, दादरी नगर और ग्रेटर नोएडा में मंडल अध्यक्ष पर भी बदलाव के संकेत
वही बिसरख और ग्रेटर नोएडा के मंडल अध्यक्षों के भी रिपीट होने पर संशय किया जा रहा है । भाजपा के सूत्रों की माने तो बिसरख मंडल अध्यक्ष रवि भदौरिया के संबंध सांसद डॉ महेश शर्मा और विधायक तेजपाल नागर दोनों से बीते दिनों मधुर नहीं रहे हैं और ग्रेटर नोएडा के मंडल अध्यक्ष महेश शर्मा जिले में जाने के इच्छुक हैं जिसके कारण यहां भी कई नामों की चर्चाएं शुरू हो गई हैं इसके अलावा विचित्र तोमर की बीते चुनाव में निष्क्रियता का परिणाम भी उनको मिल सकता है । दादरी मंडल अध्यक्ष सोमेश गुप्ता को दादरी में जीत का पुरस्कार मिल सकता है और उनको जिले में भेजा जा सकता है ।
मोर्चो के अध्यक्षों की रिपोर्ट है खराब
भाजपा के सूत्रों की माने तो इस बार निकाय चुनाव में भाजपा की युवा मोर्चा, किसान मोर्चा, महिला मोर्चा और पूर्वांचल मोर्चा पर उंगलियां उठ रही हैं संभी के अध्यक्षों पर अपने संगठन की प्रबल उपस्थिति और सहयोग ना करवा पाने के आरोप हैं । भाजपा के एक सूत्र ने बताया कि संगठन में युवा जिला अध्यक्ष की रिपोर्ट भी काफी खराब है बताया जा रहा है मतदान वाले दिन वह जिले से खुद ही गायब थे वहीं उनके युवा मंडल अध्यक्षों की निष्क्रियता भी उनके ऊपर प्रश्नचिन्ह खड़ा कर रही है । यही नहीं जब भूषण गर्ग के विद्रोह के बाद सबसे पहले उन्हीं के युवा मंडल अध्यक्ष ने भाजपा के खिलाफ काम करना शुरू किया था तो बिसरख मंडल के युवा अध्यक्ष पूरे चुनाव में कहीं नजर नहीं आए । ऐसे में युवा जिलाध्यक्ष की कार्य क्षमता पर भी प्रश्न उठ रहे हैं
यही हाल किसान, महिला और पूर्वांचल मोर्चा के अध्यक्षों के साथ भी है, बताया जा रहा है कि ये लोग सिर्फ नाम दिखाने के लिए वहां दिखाई दिए लेकिन काम को लेकर इनको और उनकी मंडल टीम के ऊपर भी प्रश्न है । सूत्र बता रहे है के जिलाध्यक्ष विजय भाटी को अगर 2024 के चुनाव तक एक्सटेंशन नहीं मिला तो कुर्सी जाते ही अगला बदलाव युवा मोर्चा , किसान मोर्चा, महिला मोर्चा और पूर्वांचल मोर्चा के अध्यक्षों और इनके मंडल अध्यक्षो का होगा ।
निकाय चुनावों में सोशल मीडिया टीम की निष्क्रियता पर उठे प्रश्नचिह्न
विधानसभा चुनाव से पहले जिले में सोशल मीडिया टीम का गठन किया गया था और उसकी जिम्मेदारियां लोगों को दी गई थी लेकिन निकाय चुनाव में इन सभी मोर्चों पर भी भाजपा की टीम काम नहीं कर पाई जानकारी के अनुसार भाजपा के वर्तमान जिला अध्यक्ष ने ऐसे सभी लोगों की एक पूरी सूची बनाकर तैयार कर ली है और समीक्षा बैठक में शीर्ष नेतृत्व द्वारा मांगने पर यह सूची दे दी जाएगी ।