दादरी नगर पालिका पालिका चुनाव को लेकर निर्दलीय चुनाव लड़ रहे भाजपा के पुराने कार्यकर्ता जग भूषण गर्ग के समर्थकों ने बड़े आरोप लगाए हैं सोशल मीडिया पर जारी संदेशों में बताया जा रहा है कि बीती रात जग भूषण गर्ग के घर पर जीएसटी को लेकर छापेमारी करने की कोशिश की गई जिस बात को लेकर सुबह से भूषण के समर्थकों में रोष व्याप्त है लोगों का कहना है कि निर्दलीय चुनाव लड़ने से रोकने के लिए भाजपा तरह-तरह के हथकंडे अपना रही है और अपनी जीत को सुनिश्चित करने की कोशिश कर रही हैं
विपक्ष पर छापे और सत्तापक्ष उड़ा रहा नियमो की धज्जियां
नगर पालिका चुनाव में विपक्ष के नेता अयूब मलिक और जग भूषण गर्ग के घर पड़ रहे छापों को लेकर दादरी के नारे के नागरिकों की प्रतिक्रिया सोशल मीडिया पर देखी जा रही है विपक्ष का नेताओं का कहना है कि लगातार इस तरीके की हरकतों से जबरदस्ती सत्ता पक्ष की प्रत्याशी को जिताने की कोशिश की जा रही है जबकि उनके समर्थक आचार संहिता के नियमों का लगातार उल्लंघन कर रहे हैं ।
समाजवादी पार्टी के नेता व दादरी से विधायक प्रत्याशी रहे राजकुमार भाटी ने छापेमारी की कार्यवाही का कड़ा विरोध करते हुए अनेक आरोप लगाए हैं। श्री भाटी का कहना है कि स्थानीय निकाय चुनाव में पुलिस के बल पर प्रत्याशी और मतदाताओं को धमकाना, उन्हें वोट न डालने देना, बूथ कैपचरिंग करना और मतगणना में धांधली करके बीजेपी के प्रत्याशियों को जिताना भाजपा सरकार का रिकॉर्ड रहा है। राजकुमार भाटी ने 2017 में भी ऐसे ही आरोपों के जरिए मलिक को हराने के आरोप लगाए हैं
भाजपा के जग भूषण को मानने की कोशिश हुई नाकाम
वहीं भाजपा के वरिष्ठ कार्यकर्ता रहे जग् भूषण गर्ग के निर्दलीय चुनाव लड़ने के बाद पड़ रहे छापे पर एनसीआर खबर ने भाजपा के नेताओं से जब पक्ष लेने की कोशिश की तो उन्होंने ऑफ द रिकॉर्ड बताया की ऐसी कोई कोशिश नहीं की जा रही है हालांकि भाजपा का नेतृत्व लगातार जग भूषण गर्ग से मिलने की कोशिश कर रहा है मगर उनका फोन स्विच ऑफ आ रहा है भाजपा के एक अन्य नेता ने एनसीआर खबर को बताया कि जग भूषण गर्ग पुराने कार्यकर्ता हैं और उनको टिकट ना देकर पार्टी में गलत तो किया है लेकिन अगर जग भूषण गर्ग धैर्य रखते तो शायद पार्टी में किसी और स्थान पर उनको समायोजित कर दिया जाता