ग्रेनो के वेंडिंग जोन में 109 पथ विक्रेताओं को 9 फरवरी को मिलेगा ठिकाना

ग्रेटर नोएडा के वेंडर्स (पथ विक्रेता) को अपनी रोजी-रोटी कमाने के लिए मुकम्मल जगह दिलाने की प्राधिकरण की योजना अब अंतिम दौर में पहुंच गई है। टाउन वेंडिंग कमेटी की तीसरे दौर की बैठक शुक्रवार को ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की एसीईओ प्रेरणा शर्मा की अध्यक्षता में बोर्ड रूम में हुई, जिसमें आगामी नौ फरवरी को ड्रा केे जरिए वेंडिंग जोन में जगह तय कर देने का निर्णय लिया गया। पात्र वेंडर्स सात फरवरी तक प्राधिकरण को अपनी प्राथमिकता बता सकते हैं।
दरअसल, ग्रेटर प्राधिकरण की सीईओ रितु माहेश्वरी की मंशा है कि वेंडर्स के लिए अलग-अलग जगहों पर वेंडिंग जोन बना दिए जाएं, ताकि उनके लिए एक निश्चित ठिकाना हो जाए और शहरवासियों की रोजमर्रा की जरूरत भी पूरी हो सके। ठिकाना मिल जाने से वे सड़कों के किनारे नहीं खड़े होंगे। इससे ट्रैफिक की आवाजाही भी बाधित नहीं होगी। सीईओ के निर्देश पर ग्रेटर नोएडा में 27 जगहों पर वेंडिंग जोन बनाए जा रहे हैं। इनमें से चार जगहों पर वेंडिंग जोन बनकर तैयार हैं। ये चार जगह अल्फा वन, बीटा वन व टू और सेक्टर-36 हैं। वेंडिंग जोन में प्लेटफॉर्म के साथ ही शेड भी बनाए गए हैं। बिजली-पानी, शौचालय आदि के भी इंतजाम रहेंगे। इन क्योस्क की पांच कैटेगरी ( क्योस्क ए व बी, स्टेश्नरी ए व बी और मोबाइल क्योस्क ) बनाई गई है।
वेंडिंग जोन में जगह पाने के लिए 792 वेंडर्स ने आवेदन किए थे, जिनमें से 619 पात्र पाए गए। इन 619 में से 109 पात्रों को वेंडिंग जोन में जगह देने की तैयारी है। इनकी सूची शीघ्र ही ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की वेबसाइट पर भी अपलोड की जाएगी। इनको जगह देने के बाद जैसे-जैसे और भी वेंडिंग जोन बनते जाएंगे, वैसे-वैसे शेष पात्रों को दिए जाएंगे। चार वेंडिंग जोन में इन 109 पात्रों को जगह देने के लिए शुक्रवार को ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की एसीईओ प्रेरणा शर्मा की अध्यक्षता में बैठक हुई, जिनमें प्राधिकरण के संबंधित विभागों के साथ ही अग्निशमन, एनपीसीएल, व्यापारी संगठनों के प्रतिनिधि, गैर सरकारी संगठन, आरडब्ल्यूए व पथ विक्रेता संगठन सहित अन्य प्रतिनिधि शामिल हुए। बैठक में निर्णय लिया गया कि पथ विक्रेता सात फरवरी तक अपनी प्राथमिकता बता सकते हैं कि उनको किस कैटेगरी के क्योस्क को लेना चाह रहे हैं। क्योस्क की कैटेगरी वाइज किराए की दरें तय की गई हैं।
दिव्यांगों और विधवाओं के लिए मासिक किराए की दरें 50 फीसदी कम तय की गई हैं। पथ विक्रेताओं को आवेदन पत्र के साथ ही आधार और फोटो लेकर ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अर्बन सर्विसेज विभाग में 7 फरवरी तक जमा कराना होगा। इसके बाद नौ फरवरी को लॉटरी निकाली जाएगी। 14 फरवरी तक एडवांस रेंट जमा करना होगा और 16 फरवरी को सर्टिफिकेट बांटे जाएंगे। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की एसीईओ प्रेरणा शर्मा ने कहा है कि अगर किसी अपरिहार्य कारणों से पात्र वेंडर शहर से बाहर है तो उसे एक निर्धारित तिथि तक अवसर दिया जाएगा। प्राधिकरण की मंशा है कि जिन सेक्टरों में वेंडिंग जोन बनाकर दे दिए जाएंगे, वहां ट्रैफिक की समस्या को ध्यान में रखते हुए नो वेंडिंग जोन घोषित किया जाएगा। प्राधिकरण की सीईओ रितु माहेश्वरी ने निर्माणाधीन अन्य वेंडिंग जोन शीघ्र बनाकर तैयार करने के निर्देश दिए हैं, ताकि अन्य पथ विक्रेताओं को भी जगह जल्द दिलाई जा सके।