नोएडा मे 31 जनवरी तक करा ले कुत्तों का रजिस्ट्रेशन, नहीं तो लगेगा जुर्माना, शनिवार को प्राधिकरण की बैठक में डॉग पॉलिसी को लेकर होगा निर्णय
नोएडा में पालतू कुत्ता प्रेमियों के लिए नोएडा प्राधिकरण कुत्ता पालने के लिए रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य करने जा रहा है। जानकारी के अनुसार 31 जनवरी 2023 तक पालतू कुत्ते का रजिस्ट्रेशन कराना होगा। पंजीकरण नहीं कराने पर प्राधिकरण जुर्माना लगाएगा। वैक्सीनेशन प्रमाणपत्र की कापी जमा कराने के बाद पंजीकरण कराया जा सकेगा।

शहर में पालतू और आवारा कुत्तों को लेकर बढ़ रहे विवाद के बाद यह फैसला लिया गया है। माना जा रहा है शनिवार को होने जा रही नोएडा प्राधिकरण की 207वीं बोर्ड बैठक में डॉग पॉलिसी को मंजूरी मिल जायेगी
नोएडा में तथाकथित कुत्ता प्रेमियों और आम निवासियों के बीच कुत्तों को लेकर लगातार विवाद होते रहे हैं बीते दिनों लोटस बुलेवर्ड सोसाइटी में एक 7 महीने के बच्चे की हत्या 4 कुत्तो द्वारा कर देने पर नोएडा प्राधिकरण ने कुत्तों को लेकर पॉलिसी बनाने की बात कही थी I माना जा रहा है क्या इस शनिवार इसको प्रस्तुत कर दिया जाएगा प्राधिकरण के ओएसडी इंदु प्रकाश के अनुसार 31 जनवरी से डॉग पॉलिसी को लागू करने की तैयारी की जा रही है बिना पंजीकरण कुत्ता पालने वालों पर दंड समय के साथ बढ़ते जाएंगे रजिस्ट्रेशन में जितना विलंब होगा दंड की राशि उतनी ही बढ़ती जाएगी

प्रस्तावित डॉग पॉलिसी में हर सेक्टर के बाहर फीडिंग पॉइंट बनाए जाएंगे जिसकी जिम्मेदारी आरडब्लूए और हुए की होगी क्लस्टर के आधार पर कुत्तों की नसबंदी और टीकाकरण किया जाएगा लावारिस कुत्तों का भी रिकॉर्ड रखा जाएगा पहली बार नोएडा में नसबंदी और टीकाकरण कराने वाले कुत्तों की पहचान के लिए उनके कान पर भी निशान बनाया जाएगा
कुत्तों के नाम पर व्यवसाय करने वाले लोगों पर भी नई पॉलिसी में कुछ नियम बनाए जा रहे हैं जिसके तहत घरों में बिल्डिंग पर पूरी तरह प्रतिबंध लगाया जाएगा ऐसा करने वालों पर भारी जुर्माना लगाया जाएगा
कुत्ता प्रेमी और निवासियों के बीच रुकेगा विवाद
कदाचित नई पॉलिसी के आने के बाद तथाकथित कुत्ता प्रेमी और आम निवासियों के बीच विवाद रुक जाएगा यह भी जनवरी के बाद ही पता चल पाएगा क्योंकि शहर में कुत्ता प्रेमियों को कुत्ते द्वारा काटे जाने की घटनाओं को इंकार कर देना या उनके सबूत मानना इस विवाद की प्रमुख जड़ है I कुत्ता प्रेमियों के अनुसार चूंकि निवासी कुत्तों को खाना नहीं देते हैं या कुत्तों को मारते पीटते हैं इसलिए कुत्ता उन पर हमला कर देते हैं लेकिन समाधान और कुत्तों को आम निवासियों की रहने वाली जगहों से हटाकर शेल्टर होम में रखने के प्रस्ताव पर बौखला जाते हैं और लगातार राजनीतिक दबाव बनाने लगते हैं इसके साथ ही सोशल मीडिया पर तमाम तरीके के विरोध कैम्पेन चलाने लगते हैं जिसमें कई बॉलीवुड की सेलिब्रिटी इसको शामिल करके प्राधिकरण और सरकारों पर दबाव बनाने की कोशिश की जाती है ऐसे में इस बार देखना रोचक रहेगा कि क्या प्राधिकरण अपने निर्णय और पॉलिसी पर अटल रहेगा या फिर से दबाव में पीछे हट जाएगा