गौतम बुध नगर में लगातार हो रहे अपराधों के बाद अब शहर की कानून व्यवस्था के मजबूत होने पर प्रश्न चिन्ह लगने शुरू हो गए है I बीते दिनों ग्रेटर नोएडा में भाजपा नेता के साथ ही मारपीट होने के बाद अब नोएडा की सेक्टर 62 में एक सोसाइटी में नामी अवसर पर जानलेवा हमले का वीडियो वायरल होने के बाद लोग पुलिस की कार्यशैली और दावों पर प्रश्न उठाने लगे हैं । सोशल मीडिया पर चर्चा तो यहां तक हो रही है पुलिस ने अफसर की शिकायत पर मुकदमा तो दर्ज कर लिया है लेकिन लाल बत्ती लगी गाड़ी पर सवार होकर भागने वाले गुंडे पुलिस की पहुंच में कब होंगे यह प्रश्न सोशल मीडिया पर लगातार लोग कर रहे हैं लोगों की तो यह भी चर्चा है कि इन गुंडों का संबंध सफेदपोश नेताओं के साथ है जिसके कारण पुलिस कार्यवाही से बच रही है
जानकारी के अनुसार कोतवाली सेक्टर 58 के अंतर्गत सेक्टर 62 की रेल विहार सोसाइटी में गेट पर कुछ गुंडे बेधड़क घुस गए और गार्ड के टोकने पर वो उससे झगड़ा करने लगे उसी समय अपने घर लौट रहे कंपनी के एक अधिकारी ने उनसे प्रश्न किया तो वह उन अधिकारी पर ही हमलावर हो गए और कंपनी के अधिकारी के साथ मारपीट की और दो गाड़ियों में सवार होकर आराम से निकलकर जिसमें से एक गाड़ी पर लाल बत्ती लगी हुई थी
प्रकरण पर पुलिस की कार्यशैली पर उठे सवाल
इस पूरे प्रकरण में नोएडा पुलिस दावा कर रही है कि प्रकरण में शामिल बदमाश जल्द ही जेल के अंदर होंगे लेकिन पुलिस मामले को लेकर कितनी गंभीर है इस बात का पता इस बात से आप लगा सकते हैं कि पुलिस ने 6 से 7 अज्ञात बदमाशों के खिलाफ मुकदमा लिखा है जबकि वीडियो में गुंडों की संख्या 9 दिख रही है नोएडा में कमिश्नरेट लागू होने के बाद अपराध पर रोक लगाने जैसे दावे करने वाले पुलिस विभाग पर लोग लगातार ऐसे मामले के आने के बाद यह पूछ रहे हैं कि अगर शहर में भाजपा के नेता ही सुरक्षित नहीं है और पाश सोसायटिओं में बड़ी कंपनियों के अफसर भी सुरक्षित नहीं है तो फिर कानून व्यवस्था किस तरीके से मजबूत है ।