लखनऊ मे आवारा कुत्तों के साथ ही पालतू के भी हिंसात्मक होने के मामले बढ़े हैं। बीते दिनो एक युवक के प्राइवेट पार्ट पर हमला करने वाले अपने पालतू कुत्ते की नगर निगम टीम से रिहाई के अभियान में लगे मालिक ने अनोखा तर्क दिया है कुत्ता मालिक तर्क दे रहे हैं कि वह भी पांडेय हैं और उनका कुत्ता भी पांडेय है। वह हिंसात्मक नहीं हो सकता है। शिव शंकर पांडेय नाम का यह शख्स कह रहा है कि मेरे कु्त्ते को कुत्ता मत कहिए, उसकी बेइज्जती ना करो, उसका नाम रोनी पांडेय है, वह मेरा भतीजा/बच्चा है। हम पांडेय तो वह भी पांडेय है। उसको पकड़ने के साथ पुलिस मेरे भाई राजेंद्र पांडेय को भी पकड़कर ले गई थी।
उनके अजीबो गरीब कुतर्क यही नहीं रुके, राजेन्द्र पांडेय से जब पूछा गया कि उनके कुत्ते ने एक युवक के प्राइवेट पार्ट पर काटा है तो उन्होंने कहा कि मेरा रानी पांडेय को शाकाहारी है। वह तो मेरे साथ पूजा-पाठ करने के बाद बर्फी भी खाता है। हम भी लगातार व्रत ही रहते हैं। मेरा रोनी भी इन दिनों तिलक लगाता है। लड्डू, बर्फी खाता है और चन्दन लगाकर मेरे साथ घूमता है। पूजा-पाठ करता है।
आपको बता दें कि बीते दिनों लखनऊ के कृष्णा नगर क्षेत्र में एक पालतू कुत्ते ने एक व्यक्ति पर हमला कर दिया था। इस दौरान कुत्ते ने प्राइवेट पार्ट पर हमला कर शख्स को घायल कर दिया था। इस प्रकरण की शिकायत के बाद कुत्ते के मालिक को गिरफ्तार कर लिया था। कुत्ते को भी नगर निगम ने पकड़ा था। अब दोनों को छोड़ा गया है।