राहुल गांधी के विडियो के गलत प्रसारण के आरोपी जी-न्यूज के एंकर रोहित रंजन सुप्रीम कोर्ट पहुंच गए हैं। उनके वकील सिद्धार्थ लूथरा ने जल्द मामले की सुनवाई के लिए याचिका लगाई है। याचिका स्वीकार भी हो गई है। इस पर गुरुवार को सुनवाई होनी है।
वहीं आज सुबह 9 बजे छत्तीसगढ़ की रायपुर पुलिस फिर रोहित के फ्लैट पर पहुंची। फ्लैट पर जाने से पहले गाजियाबाद के इंदिरापुरम थाने में छत्तीसगढ़ पुलिस ने अपने आने की सूचना भी दी थी। रोहित की फरारी पंचनामा तैयार किया गया है। उनकी तलाश की जा रही है।
क्या था मामला ?
1 जुलाई को ज़ी न्यूज़ के एक कार्यक्रम मे रोहित रंजन ने वायनाद मे राहुल गांधी के दिये एक भाषण को उदयपुर की घटना के साथ जोड़ कर दिखा दिया था I बाद मे गलती समझ आने ओर कांग्रेस के विरोध के बाद उन्होने ओर ज़ी समूह दोनों ने अपने प्रसारण ओर डिजिटल मीडिया पर इस मानवीय त्रुटि के लिए छमा मांगी लेकिन कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ मे इस मामले मे केस दर्ज कराया ओर मंगलवार सुबह लगभग 5 बजे छत्तीसगढ़ पुलिस रोहित के घर सादे कपड़ो मे पहुँच गई I पुलिस ने सोसाइटी गार्ड को बंधक बनाकर उनके फ्लैट तक पहुंची ओर उनसे साथ चलने को कहा जिसके बाद रोहित ने सुबह ही ट्वीट किया जिसके बाद गाजियाबाद पुलिस वहाँ पहुंची ओर दोनों मे इस बात को लेकर विवाद हुआ कि आखिर लोकल पुलिस को सूचना दिये बिना वो कैसे गिरफ्तार कर सकते है I इसी बीच 7 बजे नोएडा के सैक्टर थाना 20 कि पुलिस वहाँ आई ओर रोहित को एक केस के लिए गिरफ्तार करके ले गयी जिसके बाद छत्तीसगढ़ पुलिस को खाली हाथ लौटना पड़ा I
कांग्रेसियों ने किया नोएडा पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन
इस पूरे मामले मे कल रात नोएडा के कांग्रेस कार्यकर्ता थाना सेक्टर-20 के बाहर पहुंच गए। वे इस बात का विरोध करने लगे कि रोहित रंजन को गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया है और उन्हें अज्ञात स्थान पर क्यों रखा गया है।