राहुल गांधी के एक बयान को गलत संदर्भ में प्रसारित करने के मामले में पत्रकार रोहित रंजन के घर पर छत्तीसगढ़ पुलिस मंगलवार सुबह पहुंच गई। इसके बाद लोगो ने छत्तीसगढ़ की कार्यवाहई पर सवाल उठाए I मामले मे दो राज्यों की पुलिस भिड़ती दिखीं ओर अंत में नोएडा की पुलिस ने रोहित रंजन को हिरासत में ले लिया।
छत्तीसगढ़ पुलिस के घर पहुचने पर सुबह पत्रकार ने खुद ही ट्वीट कर यूपी पुलिस के अधिकारियों को टैग कर पूछा कि बिना लोकल पुलिस को जानकारी दिए छत्तीसगढ़ पुलिस मेरे घर के बाहर मुझे अरेस्ट करने के लिए खड़ी है, क्या ये क़ानूनन सही है।
बिना लोकल पुलिस को जानकारी दिए छत्तीसगढ़ पुलिस मेरे घर के बाहर मुझे अरेस्ट करने के लिए खड़ी है,क्या ये क़ानूनन सही है @myogiadityanath @SspGhaziabad @adgzonelucknow
— Rohit Ranjan (@irohitr) July 5, 2022
वहीं रायपुर पुलिस ने लिखा, ‘ऐसा कोई नियम नहीं है कि आरोपी को जानकारी दी जाए। अब आपको जानकारी मिल गई है। पुलिस टीम ने आपको कोर्ट का वॉरंट दिखाया है। अब आपको इस मामले में सहयोग करना चाहिए, जांच में शामिल होना चाहिए और अपनी बात को अदालत में रखना चाहिए।
क्या है मामला ?
दरअसल जी न्यूज के एंकर रोहित रंजन ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के केरल में दिए गए एक बयान को उदयपुर की घटना से जोड़ दिया था जिसका कांग्रेस ने विरोध किया था, जानकारी के बाद चैनल की ओर से भी कार्यक्रम के वीडियो का हिस्सा ट्विटर से डिलीट किया गया था ओर लाइव शो और ट्विटर समेत सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर माफी भी मांगी गई थी। खुद पत्रकार रोहित रंजन ने भी अगले दिन इस मसले पर कार्यक्रम में माफी मांगी थी और गलती को मानवीय भूल बताया था।