नई दिल्ली/सियोल/टोक्यो/प्योंगयांग. उत्तर कोरिया, 15 अप्रैल यानी आज अपने संस्थापक किम इल-सुंग की पैदाइश की 101वीं वर्षगांठ पर मिसाइल टेस्ट कर सकता है। इस समय दुनिया भर की निगाहें उत्तर कोरिया पर ही टिकी हैं। समाचार एजेंसी एएफपी के मुताबिक उत्तर कोरिया का इतिहास रहा है कि वो अपने ज़्यादातर प्रमुख सैन्य परीक्षण देश के महत्वपूर्ण दिवस पर ही करता है। इसीलिए पिछले कुछ दिनों से इस बात की आशंका व्यक्त की जा रही है कि उत्तर कोरिया 15 अप्रैल को मिसाइल परीक्षण कर सकता है। पिछले साल इसी दिन किम इल-सुंग के 100वें जन्मदिवस पर भी उत्तर कोरिया ने लंबी दूरी तक मार करने वाले रॉकेट का परीक्षण किया था लेकिन वह परीक्षण विफल रहा था।
उत्तर कोरिया के संभावित मिसाइल परीक्षण को देखते हुए दक्षिण कोरिया और जापान पूरी तरह सतर्क हैं। जापान ने राजधानी टोक्यो के चारों तरफ पैट्रियट मिसाइल तैनात कर दिए हैं। जापान ने कहा है कि उत्तर कोरिया की तरफ से आने वाले किसी भी मिसाइल को वो मार गिराएगा।
इस बीच चार देशों की एशियाई यात्रा के अंतिम चरण में रविवार को जापान पहुंचे अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी ने उत्तर कोरिया को चेतावनी दी है कि मौजूदा माहौल में उत्तर कोरिया के ज़रिए मिसाइल परीक्षण ‘बहुत बड़ी ग़लती’ होगी। दक्षिण कोरिया, चीन और जापान की यात्रा के दौरान अमेरिकी विदेश मंत्री ने उत्तर कोरिया के खिलाफ कड़े तेवर दिखाए लेकिन साथ ही उत्तर कोरिया को बातचीत का न्यौता भी दिया। केरी ने उत्तर कोरिया के नेता किम जुंग-उन को दोबारा बातचीत का रास्ता अपनाने की दावत दी। रविवार को जापान की राजधानी टोक्यो में पत्रकारों से बातचीत करते हुए केरी ने कहा, ‘हमलोग उत्तर कोरिया से बातचीत के लिए तैयार हैं, लेकिन उसके लिए उपयुक्त हालात चाहते हैं।’