भारत जागरूक नागरिक संगठन ने कल कुछ हॉस्पिटल एवं सामाजिक संगठन आरडब्लूए/एओए द्वारा कोबीशिल्ड वैक्सीन का ज्यादा पैसे लेने का मुद्दा उठाया था l ट्वीट करके डीएम साहब सांसद मुख्यमंत्री को इस बाबत सूचना दी थी l इसके बाद फॉर्टिस वालों ने सोसायटी के निवासियों को कोई राहत ना देकर सिर्फ ₹850 में वैक्सीन मेड सिक्योरिटी गार्ड मेंटेनेंस स्टाफ को देने की बात कर रहा है l इसका मतलब है कि ₹850 में यह वैक्सीन सभी को दे सकते हैं परंतु देना नहीं चाहते क्योंकि इनको इस पर भी, ज्यादा मुनाफा चाहिए l
संगठन के अध्यक्ष शैलेंद्र बरनवाल ने आरोप लगाए है कि प्राइवेट अस्पताल वालों को ऐसा क्यों लगता है कि सोसायटी में रहने वाले लोगों के पास बहुत पैसा है इनके पास कुबेर का खजाना है l इस महामारी में प्राइवेट अस्पतालों की आमदनी अच्छी हुई है lपूरे बेड , पूरे रूम फुल रहे हैं l
सोसाइटी वाले तो पहले से ही महामारी में प्राइवेट अस्पताल में महंगी फीस महंगी सेवाएं लेकर आर्थिक परेशानी झेल रहे हैं l
सोसायटी के निवासियों को भी 850 में ही वैक्सीन देनी चाहिए l
सोसायटी के कई निवासियों की जॉब चली गई है सैलरी कट हो रही है lकाम धंधे बंद है l ऐसे में अस्पतालों की मुनाफाखोरी ठीक नहीं है l
प्राइवेट अस्पताल वालों को इन अंडर प्रिविलेज लोगों को फ्री में वैक्सीन देनी चाहिए थी l क्योंकि सरकारी अस्पतालों एवं सरकारी केंद्रों पर वैक्सिंग फ्री में दी जा रही है l
कैलाश अस्पताल के द्वारा ₹850 में कैंप लगाकर सोसाइटी के निवासियों को वैक्सीन दिया जा रहा है l
एओए द्वारा सिर्फ मेंटेनेंस स्टाफ अंडर प्रिविलेज लोगों को वैक्सीन के कम पैसे की सूचना सोशल मीडिया द्वारा दी जा रही है