बीसीसीआई के सीनियर अधिकारी राजीव शुक्ला का मानना है कि सचिन तेंदुलकर को अपनी शर्तों पर संन्यास लेने की स्वीकृति मिलनी चाहिए.
शुक्ला ने कहा, ‘‘भारतीय क्रिकेट में उसका (तेंदुलकर का) योगदान बहुत बड़ा है. किसी को भी उसे जाने के लिए कहने की जरूरत नहीं होगी. जब सचिन को लगेगा कि समय आ गया है तो वह खुद ही चला जाएगा.’’
तेंदुलकर ने आस्ट्रेलिया के खिलाफ हाल में भारत की 4-0 की जीत के दौरान टेस्ट श्रृंखला में 32 की औसत से रन बनाए और सिर्फ एक अर्धशतक जड़ा लेकिन शुक्ला इससे चिंतित नहीं हैं.
शुक्ला ने ‘आज तक’ से कहा, ‘‘दुनिया में किसी का रिकार्ड तेंदुलकर से बेहतर नहीं है. आप उसे हल्के में लेते हुए नजरअंदाज नहीं कर सकते.’’
शुक्ला इस तरह बीसीसीआई प्रमुख एन श्रीनिवासन से सहमत दिखे जिन्होंने कहा था कि तेंदुलकर से अलग व्यवहार होना चाहिए.
शुक्ला ने कहा, ‘‘भारतीय क्रिकेट में उसका (तेंदुलकर का) योगदान बहुत बड़ा है. किसी को भी उसे जाने के लिए कहने की जरूरत नहीं होगी.
बुधवार से शुरू हो रहे आईपीएल छह में श्रीलंका के खिलाड़ियों के हिस्सा लेने से संबंधित विवाद के संदर्भ में पूछने पर शुक्ला ने कहा कि बोर्ड ने राज्य (तमिलनाडु) सरकार की भावनाओं और खिलाड़ियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए बीच का रास्ता निकाला है.
शुक्ला ने कहा, ‘‘हमारा फैसला (तमिलनाडु की मुख्यमंत्री) जयललिता के दबाव में नहीं किया गया. हम श्रीलंका के खिलाड़ियों के जीवन को मुश्किल में नहीं डाल सकते. सबसे अहम श्रीलंका के क्रिकेटरों की सुरक्षा है. खिलाड़ियों की सुरक्षा को ध्यान में रखने के साथ तमिल भावनाओं का भी सम्मान करते हुए हमें बीच का रास्ता निकालना था. अपने राज्यों में कानून व्यवस्था के लिए मुख्यमंत्री जिम्मेदार हैं.’’
उन्होंने कहा, ‘‘हम बेहद कम समय में आयोजन स्थलों में बदलाव नहीं कर सकते. हमें आयोजन स्थल बदलने के लिए दो महीने, पिच तैयार करने के लिए दो महीने की जरूरत है. इसलिए हम मैच चेन्नई के बाहर नहीं स्थानांतरित कर सकते थे. ऐसा नहीं है कि लोग नहीं चाहते कि वहां आईपीएल मैच हों. वे सिर्फ इतना चाहते हैं कि चेन्नई में होने वाले मैचों में श्रीलंका के खिलाड़ी नहीं खेलें. श्रीलंका बोर्ड ने जब यह स्थिति स्वीकार कर ली तो किसी को कोई समस्या नहीं होनी चाहिए. हम तमिल भावनाओं को नजरअंदाज नहीं कर सकते.’’