बिहार के चुनाव में सभी राजनीतिक सर्वेक्षण एवं एग्जिट पोल में महागठबंधन को आगे बताया गया है l कोरोना में बिहार वासियों ने जबरदस्त उत्साह एवं हिम्मत दिखाते हुए बंपर वोटिंग की l
ऐसे में भाजपा जदयू गठबंधन का हारना यह प्रदर्शित करता है कि जनता अब खोखले वादों एवं जुमले पर विश्वास नहीं कर रही l खुद प्रधानमंत्री मोदी अनेक केंद्रीय मंत्री एवं बीजेपी के कई राज्यों के मुख्यमंत्री के बड़ी-बड़ी रैलियां की,बड़े-बड़े वादे किए l इसके बाद भी अगर यह चुनाव हार जाते हैं इसका मतलब इनकी विश्वसनीयता जनता में कम हो रही है l
15 साल के शासन में बिहार में शिक्षा चिकित्सा रोजगार पर कोई खास काम नहीं हुआ l बड़ी संख्या में मजदूर, तकनीशियन,कलाकार,बिजनेसमैन उद्योगपति का बिहार से पलायन हुआ l थके मुख्यमंत्री ने तो यहां तक कह दिया कि बिहार में उद्योग लगाना संभव ही नहीं है l
नितीश जी ने तो हद कर दी जब अन्य राज्यों के प्रवासी मजदूर,स्टूडेंट्स एवं अन्य लोग कोरोना में लॉकडाउन के कारण अपने राज्यों में वापस दिल्ली मुंबई अहमदाबाद से जाने लगे तो उन्होंने पहले आने से मना किया उसके बाद इन्हें बॉर्डर पर ही रोकने की धमकी दे दी l
यहीं पर नीतीश कुमार जी का विकास का खोखले दावे की कलई खुल गया l बिहार में चिकित्सा शिक्षा जॉब के लिए कोई काम नहीं हुआ l
जो प्रवासी मजदूर वापस बिहार किसी प्रकार से हजारों किलोमीटर चलकर पहुंच गए उसके लिए भी सरकार की तरफ से कोई इंतजाम नहीं किया गया
यहां भ्रष्टाचार चरम पर है इंफ्रास्ट्रक्चर का बुरा हाल है, बिना सिफारिश के हॉस्पिटल में आईसीयू तो क्या बेड तक नहीं मिलता lकरोड़ों रुपए खर्च करने पर पुल एक झटके में धराशाई हो रहा है l
महिलाओं एवं बच्चियों के साथ अपराध की खबरें प्रतिदिन आते रहते हैं l बालिका संरक्षण केंद्र में यौन शोषण में तो इनके मंत्री के संबंधी ही लिप्त रहे थे l इन के शासन में शिक्षा का बुरा हाल हो गया प्रभावशाली व्यक्ति के असक्षम बच्चे विहार के बोर्ड में टॉपर बनने लगे l
तेजस्वी यादव इस चुनाव में लोगों की एक उम्मीद बनकर उभरे हैं इन्हें सभी जाति एवं धर्मों के लोगों ने रोजगार शिक्षा चिकित्सा आदि के नाम पर वोट दिया है l उन्होंने रोजगार एवं आत्मनिर्भरता की ना केवल बात की बल्कि सरकारी जॉब देने का वायदा, भी किया l
कोरोना काल में मजदूर किसान गरीब के साथ-साथ आत्मनिर्भर मध्यम वर्ग एवं उच्च वर्ग भी सड़क पर आ गया l
दोबारा आत्मनिर्भर एवं बंद हुई उद्योग धंधे को शुरू करने के लिए लोन देने के नाम पर जबरदस्त भ्रष्टाचार हो रहा है l बिना रिश्वत दिए लोन भी नहीं हो रहा l जिसके कारण दोबारा उद्योग धंधे खड़ा नहीं हो पा रहे l बिना पूर्व सूचना के अचानक लॉकडाउन कर दिया गया उद्योग धंधे बंद हो गए,रोजगार ठप हो गया l लाखों की सैलरी वाले कमाने वाले लोग की भी जॉब गई और सैलरी कट होने लगी l
ऐसे में प्रधानमंत्री के लिए पचासी हजार करोड़ का वीआईपी प्लेन लेना भारतवासियों को अखरने लगा l, प्रधानमंत्री जी का पक्षी प्रेम से लोगों को नाटकीय लगने लगा l
निश्चित रूप से बिहार में महागठबंधन की जीत प्रधानमंत्री मोदी जी के लिए भी एक झटका होगा l हो सकता है इस चुनाव के बाद वह भारत वासियों के लिए रोजगार धंधे शिक्षा एवं चिकित्सा की व्यवस्था पर ध्यान देंगे l
मंदिर मस्जिद आस्था का प्रतीक होता है होती है परंतु घर चलाने के लिए रोजगार बिजनेस उद्योग धंधा की आवश्यकता होती है l
शैलेंद्र वर्णवाल
लेखक कांग्रेस सेवा दल नोएडा महानगर के उपाध्यक्ष है, लेख में दिए वक्तव्य से एनसीआर खबर का सहमत होना आवश्यक नहीं है