चेरी काउंटी में हुए दोहरे हत्याकांड में पुलिस भले ही अभी तक एक नौकर को ही हत्या के आरोपी मान रही पुलिस उसका पता नहीं लगा पाई हो लेकिन अब तक की जांच के बाद सोसाइटी में लगी हुई सिक्योरिटी एजेंसी पर सवाल उठने लगे है
पुलिस ने सोसाइटी के कर्मचारियों से भी पूछताछ की जिसमे पता चला है आरोपी के सोसाइटी में घुसने के दौरान सुरक्षा कर्मियों ने भी सही से काम नहीं किया I जानकारी में आया कि आरोपी के सोसाईटी में घुसने के समय एक गार्ड वाशरूम गया तो दूसरा करवा चौथ के कारण अधिक भीड़ होने की बात कहता पाया गया I
लेकिन आधी रात को कौन सी भीड़ थी ये सिक्योरिटी एजेंसी के लोग नहीं बता पाए I ऐसे में सुरक्षा एजेंसी G4S स्कियोर सोलुशन की कार्यशैली पर पुलिस ने सवाल उठाये हैं और उसका लाइसेस निलंबित करने के लिए DGP को संतुति की है
बताया जा रहा है की एजेंसी पर पसारा ( प्राइवेट सिक्योरिटी एक्ट रेगुलेशन ) के तहत कार्यवाही हो सकती है चेरी काउंटी के रहने वाले जैनेन्द्र चौरिसया पहले ही एनसीआर खबर से बातचीत में कह चुके हैं कि अगर सुरक्षा में कमी का मामला निकला तो इसके खिलाफ आन्दोलन किया जाएगा
शहर की अन्य सोसाटियो में भी सिक्योरिटी एजेंसी पर उठते रहे है सवाल
लेकिन पुलिस का एक सिक्योरिटी एजेंसी पर मर्डर हो जाने के बाद एक्शन लेने की बात पर लोगो के कई सवाल उठ रहे है I लोगो का कहना है की ग्रेनोवेस्ट में सोसाटियो में सोसाइटी के सुरक्षा कर्मियों की योग्यता और उनके लाइसेस को लेकर नॉएडा पुलिस कभी भी कोई मुहीम नहीं चलाती है I बीते साल अरिहंत आर्डन सोसाइटी में हुए मर्डर और कुछ महीने पहले ही अजनारा सोसाइटी में हुए प्रापर्टी डीलर के डबल मर्डर मामलो में भी सुरक्षा चुक पर सवाल उठे थे I सोसाइटी निवासियों के साथ सुरक्षा कर्मियों की लड़ाइयाँ और बदतमीजी आम बात है I हवेलियाँ वैलेसिया में भी बीते दिनों इसको लेकर पुलिस तक बात पहुँच गयी थी जब शराब के नशे में सुरक्षा कर्मी ने निवासी पर ही हाथ उठा दिया जिसको बाद में समझोता कराया गया I ऐसा ही ला रेसिदेंसिया में कुत्ते द्वारा सोसाइटी की एक बच्ची के काटने पर सुरक्षा कर्मी पीड़ित के पिता पर ही हमला कर बैठे थी तब भी बस समझोते के बाद बात आई गयी हो गयी लेकिन पुलिस ने सुरक्षा एजेंसी की जांच पर कभी कोई मुहीम नहीं चलाई है I ना ही उनके सरकारी मापदंडो को पूरा करने की ही कोई जांच की है
नॉएडा ग्रेटर नॉएडा में चल रही अधिकाश सुरक्षा एजंसी सुरक्षा मापदंडो को पूरा नहीं करती है और सुरक्षा कर्मियों की नियुक्ति के नाम पर भी कई खामियां रहती है I सभी सोसाटियो में तय सीमा से कम सुरक्षा कर्मियों का होना , उनका पुलिस वेरिफिकेशन तक ना होना आम बात है I