ग्रेटर नॉएडा वेस्ट के सोसाइटी पैरामाउंट इमोशन ने ऑथिरिटी के सारे नियमों के धज्जियाँ उड़ाते हुए अपने प्रोजेक्ट पर काम स्टार्ट कर दिया |सोसाइटी निवासी अभय जैन के अनुसार प्रोजेक्ट के अंदर कम से कम ४५-५० मजदूर थे |
अभय ने बताया की यह सारे मजदूर जिस गेट से आये है उसी गेट का सोसाइटी के निवासी प्रयोग करते हैं और तो और ये सारे मजदूर उसी लिफ्ट का प्रयोग कर रहे थे जिस लिफ्ट का सारे निवासी प्रयोग करते है क्योंकि पैरामाउंट की लगभग सभी टॉवरों मैं केवल एक ही लिफ्ट काम कर रही है दूसरी लिफ्ट या तो इनस्टॉल नहीं है और जो इनस्टॉल है वह काम नहीं कर रही है |
जब लोगो को इन मजदूरों के बारे मैं पता लगा तो उन्होंने पुलिस हेल्प लाइन पर फ़ोन करके पुलिस को बुलाया| निवासियों ने पुलिस को बताया की ये सारे मजदूर बिसरख़ की झुगियों में रहते है और वही से आये है | अभय जैन ने एक मजदूर से पुछा की तुम्हारे रुकने के लिए यहाँ कोई वयस्था है तो उसने बताया की वो काम करके शाम को अपनी झुग्गी में चला जायेगा जब ASI सरिता चौधरी ने JLL इंचार्ज संतोष से ऑथिरटी की परमिशन और और दूसरी जो जरूरी चीजों के बारे में पुछा तो उसने प्रोजेक्ट इंचार्ज न होने का हवाला दिया
पुलिस ने सोसाइटी का काम रुकवा कर सारे मजदूरों की कोरोना की जांच कराकर उनकी सोसाइटी मैं ही रुकने के वयवस्था की जाये और सारे डॉक्यूमेंट को गेट पर चस्पा दिए जाये जो दुसरे निवासी देख सके. पलिस ने बताया की जिस दौरान सोसाइटी में काम चलेगा तब तक मजदूरों को सोसाइटी के अंदर ही रहना पड़ेगा और उसके इंतजाम बिल्डर को करना पड़ेगा
सभी सोसाइटी निवासी इंदरपाल, मनिंदर, विनय गुप्ता, डी.के सिन्हा, देबि, आकाश,आशुतोष, अजय ओझा रोहित गुप्ता,वरुण,बिक्रम ने बताया की बिल्डर को बोला भी था की जब तक नॉएडा और बिसरख़ रेड जॉन में है तब तक काम शुरू न किया जाये लेकिन बिल्डर ने किसी की भी जान के परवाह किये बगैर ही काम को शुरू करवा दिया