मुंबई।महाराष्ट्र विधानसभा परिसर में इंस्पेक्टर को पीटने के आरोपी पांच में से दो विधायकों क्षितिज ठाकुर और राम कदम ने आज क्राइम ब्रांच के आगे सरेंडर कर दिया है। इस मामले में आरोपी 5 विधायकों को एक साल के लिए महाराष्ट्र विधानसभा से सस्पेंड कर दिया गया है। गौरतलब है कि महाराष्ट्र विधानसभा परिसर में विधायकों ने इंस्पेक्टर सचिन सूर्यवंशी की पिटाई की थी, जिसके बाद गंभीर हालत में उनको अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा था।
गौरतलब है कि आज जिन दो विधायकों ने सरेंडर किया है उनका एफआईआर में भी नाम आया था। बाकी तीन विधायकों के नाम एफआईआर में नहीं था, क्योंकि इंस्पेक्टर सचिन ने मामला ये कहकर दर्ज कराया था कि राम कदम और क्षितिज ठाकुर के अलावा बाकी 15-16 लोगों ने मिलकर मारा है।इसलिए जिन लोगों का नाम सचिन ने लिया था केवल वही दो विधायकों ने आज क्राइम ब्रांच के आगे सरेंडर किया है।
मालूम हो कि संसदीय कार्यमंत्री हर्षवर्धन पाटिल ने इस घटना पर खेद जताया था। उन्होंने जानकारी दी कि आरोपी विधायकों को एक साल तक के लिए सस्पेंड किया गया है।ये विधायक हैं मनसे के राम कदम, बीजेपी के जयकुमार रावल, बहुजन विकास आघाड़ी के क्षितिज ठाकुर, शिवसेना के राजन साल्वे और प्रदीप जैसवाल। आरोप के मुताबिक बहुजन विकास अघाड़ी के विधायक क्षितिज ठाकुर ने एपीआई सचिन सूर्यवंशी पर बदतमीजी का आरोप लगाया था। क्षितिज का आरोप था कि बांद्रा वर्ली सी लिंक पर सूर्यवंशी ने उनकी गाड़ी के आगे अपनी गाड़ी अड़ा दी थी। क्षितिज के मुताबिक जब सूर्यवंशी से इसका विरोध किया तो उन्हें गलत मामलों में फंसाने की धमकी दी गई।
वहीं राम कदम पहले भी ऐसा कर चुके हैं। चार साल पहले समाजवादी पार्टी के विधायक अबू आजमी को हिंदी में शपथ लेने से रोकने के लिए भी सदन में मारपीट की थी। हालांकि बाद में उन्होंने माफी मांग ली।