दिल्ली के दंगो ने हिन्दू हो या मुसलमान दोनों को ही डरा दिया है I हालांकि ऐसी खबरे हैं जिसमे स्तःनीय हिन्दू मुसलमानों को मदद करते आ रहे है लेकिन विश्वाश की खाई भी टूट रही है I वहीं लोगों की परेशानी अब आगे और बढ़ती नजर आ रही है। हिंसा से किसी तरह जान बचा रहे लोगों के पास अब खाने के सामान की कमी होती जा रही है। इसकी वजह से जरूरी चीजों के रेट आसमान छूने लगे हैं। दूध की बात करें तो यह 200 रुपये लीटर तक पहुंच गया है।
खाने पीने की चीजो की किल्लत और बढ़ते दामो ने लोगो को दिल्ली में ही कश्मीर होने की याद दिला दी है I ३० सालो से करावल नगर के रहने वाले मनोज श्रीवास्तव कहते है की अब तक टीवी में ही कश्मीर में ऐसा होता सूना सूना करते थे I पुलिस पर पत्थर बाजी सुनकर कभी लगा ही नहीं की देश की राजधानी दिल्ली में भी ऐसा कुछ हो सकता है
वहीं IB आफिसर को घर के आगे से ग़ीत कर ले जाने और मार देने के बाद दिल्ली वासियों में दहशत का भी मोहोल है लोगो का कहना है की दंगो के दौरान मारे गये लोगो में कोई सामान खरीदने गया था कोई दूकान पर बैठा I ऐसे में कश्मीरी पैटर्न पर हुई हत्याए दिल में डर पैदा कर रही है
शाहदरा के १०० फूटा रोड पर रहने वाली प्रज्ञा कुमार ( बदला हुआ नाम ) कहती है की रात बस दहशत में कट रही है I पहली बार लगा की ऐसे दंगो में लड़ने की बात तो छोडिये अपनी जान बचाने के लिए भी हमारे पास कुछ नहीं I एक डंडा भी पडोसी से माँगा लेकिन उससे कर क्या पायेंगे जब लोग गोली , तेज़ाब की बोतले और पैट्रोल बम फेंक रहे हो
नॉर्थ ईस्ट दिल्ली के ज्यादातर इलाकों में पिछले 72 घंटों से स्थिति खराब है। दुकानें जला दी गई हैं या लूट ली गई हैं। रेहड़ी-पटरीवालों का सामान भी लूट लिया गया है, ऐसे में लोगो को मुख्यमंत्री केजरीवाल और गृहमंत्री अमित शाह दोनों से ही कोई उम्मीद नजर नहीं आ रही है