भारतमें ही हिंदू अन्य की श्रेणी में आ गए हैं। ऐसा हम नहीं दिल्ही के जाने माने विश्वविद्यालय गुरु गोविंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय का कहना है। विश्वविद्यालय के ऑनलाइन प्रवेश फॉर्म में मुस्लिम, जैन, सिख और इसाई के लिए तो कॉलम हैं, लेकिन हिंदू के लिए कोई कॉलम नहीं है। उन्हें अन्य के कॉलम में टिक करना होता है। विश्वविद्यालय में तीन वर्षो से फार्म का यही प्रारूप है।
एन सी आर खबर से टेलीफोन पर पूछने पर विश्वविद्यालय ने बताया कि, इस विश्वविद्यालय से वर्तमान में 106 कॉलेज जुड़े हैं। इसमें 7-8 अल्पसंख्यक संस्थान भी हैं जिनमें उनको प्रवेश दिया जाता है। उन्होंने कहा, हमारा विश्वविद्यालय सरकार की आरक्षण नीति का पालन करता है। हम किसी के साथ भेदभाव नहीं करते हैं।
हमने अल्पसंख्यकों की मेरिट के आधार पर प्रवेश को सरल बनाने के लिए ऐसा किया है। हमने उन धर्मो का नाम दिया है, जिनको केंद्र सरकार अल्पसंख्यक मानती है। बाकी लोगों के लिए हमने अन्य का कॉलम दिया है।
सोशल मीडिया मैं इसकी तीव्र प्रतिकिर्या हुई है जाने माने लेखक राजीव गुप्ता ने इस सबसे पहले अपनी वाल पोस्ट पर इसकी जानकारी दी और एन सी आर खबर को भी इन्फॉर्म किया , साथ ही उन्होंने बताया की वो इसके खिलाफ कानूनी कार्यवाही भी करने जा रहे हैं