केंद्रीय मंत्री डॉ. महेश शर्मा को ब्लैकमेल कर 10 करोड़ रुपये की उगाही के प्रयास मामले में पुलिस ने समाजसेवी उषा ठाकुर को गिरफ्तार कर लिया है। मामले में यह चौथी गिरफ्तारी है। पुलिस का कहना है कि प्रतिनिधि चैनल के मालिक आलोक व उषा ठाकुर ने मिलकर इसकी साजिश रची थी। उषा को शुक्रवार सुबह सेक्टर-36 स्थित उनके आवास से गिरफ्तार कर लिया गया। इसके बाद कोतवाली सेक्टर-20 पुलिस ने कोर्ट में पेश किया जहां से उन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
पुलिस के अनुसार, 21 अप्रैल को ब्लैकमेल करने के मामले का खुलासा हुआ था। जब प्रतिनिधि चैनल के मालिक आलोक कुमार की साथी नीशू ने कैलाश अस्पताल पहुंचकर डॉ. महेश शर्मा से 10 करोड़ रुपये मांगे थे। केंद्रीय मंत्री ने इसकी सूचना एसएसपी को दी थी। इसके बाद एसएसपी समेत अन्य अधिकारियों ने कैलाश अस्पताल जाकर नीशू को गिरफ्तार करके उषा को हिरासत में ले लिया था। हालांकि, आधी रात को उषा को छोड़ दिया गया था। नीशू की गिरफ्तारी के बाद यह खुलासा हुआ था कि आलोक ने उषा के माध्यम से केंद्रीय मंत्री से मुलाकात की थी।
राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर की नातिन उषा ठाकुर शहर की प्रसिद्ध महिला समाजसेवी हैं। वह सेक्टर-36 में रहती हैं और नोएडा में कई एनजीओ के साथ जुड़ी हुई हैं। वह तब चर्चा में आई थीं जब निठारी कांड के पीड़ितों को न्याय दिलाने में संघर्ष किया था।