मुजफ्फरपुर में पांच किलो गेंहू के लिए मौत से बाल बाल बची महिलाए, समुचित इंतजाम न होने से आयोजक समाजसेवी राजनश्रीवास्तव सवालों के घेरे में
आदर्श निर्मल, मुजफ्फरपुर ( स.स. ) : बस छट मैया का चमत्कार समझिये की पांच किलो गेंहू के लिए मुजफ्फरपुर में ३००० से ज्यदा महिलाए त्यौहार की जगह किसी भयानक हादसे का शिकार होते होते रह गयी I घटना बिहार के मुजफ्फरपुर की है जहाँ श्री नारायण सांस्कृतिक चेतना न्यास एवं श्री चित्रगुप्त सभा ट्रस्ट नोएडा के मुख्य न्यासी सह जन सेवक राजन श्रीवास्तव के उपस्थिति में जरूरतमंद महिलाओं को आनेवाले छठ पर्व के अवसर पर गेंहू , सारी , सुप इत्यादि पूजन सामाग्री का वितरण किया गया ।
कार्यक्रम में अव्यवस्था और संचित प्रशासनिक इंतजामो के ना होने के चलते महिलाओं में भगदड मची, जिसमे कई महिलाये नीचे दब गयी I बस छट मैया के भरोसे ही सारा कार्यक्रम सकुशल पूरा हुआ I जिले के लोगो का आरोप है इस तरह के कार्यक्रम पिछले वर्ष भी संस्था द्वारा आयोजित किया गया था और पिछली बार की तरह आज भी भगदड़ मचा जहां भारी संख्या में जरूरतमंद महिलाएं घायल हुईं ।
सवाल यह उठता है कि क्या मात्र पांच किलो गेहूं के लिए जरूरतमंद महिलाओं का जान की बाजी लगाना जायज है या उनकी मजबूरी है ?
मुज्जफरपुर संवाददाता के अनुसार इस बारे में जब राजन श्रीवास्तव से इस तरह के इंतजामो के लिए जबाबदेही की बात पूछी गयी तो उन्होंने कहा की हम एक डाक्टर साथ लाये है लेकिन ३००० महिलाओं के घायल या किसी दुर्घटना के लिए १ डाक्टर कितनी कारगर साबित होती वो ये नहीं बता पाए I इसे गरीबी के कारण मज़बूरी कहिये या कुछ और कि व्यवस्था नही रहने के कारण कितनी महिलाएं घायल हुईं , कपड़े फटे और चप्पल वस्तु खोये । ऐसे में इन घटनाओं के लिए जिम्मेदार कौन होगा ये जरूर प्रश्न बन के रह गया है
देखे विडियो : पांच किलो गेंहू के लिए जरूरतमंद महिलाओं को मौत का सामना करना पड़ा ।
छट पूजा के लिए महिलाओं को सम्मान वितरण में मची भगदड़ पर आयोजक राजन श्रीवास्तव का इंटरव्यू