पंजाब चुनाव : ‘आप’ और कांग्रेस में बगावत, उम्मीदवारों का विरोध तेज

लुधियानाःएजेंसी। पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए टिकटों के आवंटन के बाद से आम आदमी पार्टी और कांग्रेस में बगावत तेज हो गई है। दोनों पार्टियों में बड़े स्तर पर उम्मीदवारों का विरोध हो रहा है। फरीदकोट व मोगा में आप की चुनौती बढ़ गई है। वहीं, रूपनगर में जिला कांग्रेस उम्मीदवारों के विरोध में हाईकमान को प्रस्ताव भेज दिया है। अमृतसर में यूथ कांग्रेस डॉ. नवजोत कौर सिद्धू के विरोध में उतर आई है।

विभिन्न जिलों में बगावत के सुर उभरने के कारण पार्टी के पंजाब प्रभारी संजय सिंह को पसीने छूट रहे हैं। मालेरकोटला से आप उम्मीदवार अरशद डॉली का विरोध जारी है। वहीं फरीदकोट में भी टिकटों की घोषणा होने के बाद शुरू बगावत थमने का नाम नहीं ले रही है। फरीदकोट व कोटकपूरा के बाद गिद्दड़बाहा, बाघापुराना व मोगा में भी उम्मीदवारों के खिलाफ आप कार्यकर्ता मुखर हो गए हैं।

संजय सिंह के पसीने छूटे

फरीदकोट से गुरदित्त सिंह सेखों को उम्मीदवार बनाया गया, तो हरदीप सिंह किंगरा ने बगावत का झंडा बुलंद कर दिया, इसी प्रकार कोटकपूरा में कुलतार सिंह संधवा के खिलाफ डाक्टर सुरेंद्र द्विवेदी ने उम्मीदवार का विरोध कर दिया। इस विरोध को थामने के लिए आप के प्रांतीय प्रभारी संजय सिंह कैंप किए हुए हैं। उन्हें जगह-जगह पार्टी कार्यकर्ताओं के भारी विरोध का सामना करना पड़ रहा है। मालेरकोटला में तो उन्हें बागी कार्यकर्ताओं को जांच के बाद उम्मीदवार बदलने का आश्वासन देकर जान छुड़ानी पड़ी।

रूपनगर में एक टिकट पर 21 दावेदार

कांग्रेस की रूपनगर विधानसभा सीट पर टिकट के लिए एक दो नहीं बल्कि 21 दावेदारों ने दावेदारी जताई थी। जिला कांग्रेस कमेटी, यूथ कांग्रेस विधानसभा रूपनगर, जिला महिला कांग्रेस समेत एससी सेल व एनएसयूआइ ने बाहरी उम्मीदवार को उतारने पर कड़ा एतराज जताया है। यूथ कांग्रेस नेता बङ्क्षरदर ङ्क्षसह ढिल्लों पर कई आरोप लगाए गए हैं।

डॉ. सिद्धू के खिलाफ यूथ कांग्रेस का प्रदर्शन

भाजपा से कांग्रेस में शामिल हुई विधायक डॉ. नवजोत कौर सिद्धू के खिलाफ यूथ कांग्रेस नेताओं ने बुधवार को चमरंग रोड में प्रदर्शन किया। उन्होंने पार्टी हाईकमान को स्पष्ट संकेत दिए कि यदि डॉ. सिद्धू को ईस्ट विधानसभा क्षेत्र से चुनाव मैदान में उतारा गया तो इसके गंभीर परिणाम निकलेंगे। ईस्ट विधानसभा क्षेत्र के यूथ नेता राजकुमार ने कहा कि डॉ. सिद्धू ने कांग्रेस पार्टी के खिलाफ दस सालों तक दुष्प्रचार किया।

पार्टी के शीर्ष नेताओं को कठघरे में खड़ा करती रहीं। जब उन्हें उनकी ही पार्टी ने नजरअंदाज किया तो कांग्रेस में चली आईं। इतना ही नहीं, उन्होंने ईस्ट विधानसभा क्षेत्र से टिकट की मांग भी कर डाली। आज राज्य की जनता कांग्रेस के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है तो भाजपा छोड़कर आने वाले नेता पार्टी टिकट मांग रहे हैं।