मुख्यमंत्री अखिलेश से सुनी खून से खत लिखने वाली बच्ची की पुकार और दे डाली खुशियों की बहार

उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर की पीड़ित जिन दो नाबालिग दो बहनों में से बड़ी बहन ने अपनी उंगली काटकर सीएम अखिलेश यादव को खून से खत लिखकर मदद की गुहार लगाई थी उसकी आवाज यूपी सरकार ने सुन ली है। इन दोनों बच्चियों की पुकार अखिलेश यादव तक जैसी ही पहुंची उन्होंने तुरंत लखनऊ में पीड़ितों से मुलाकात की और उन्हें हर तरह की सहायता मुहैया कराने का वादा किया। सीएम अखिलेश यादव ने बच्चियों को 10 लाख रुपए की मदद देने का ऐलान किया। साथ ही सरकारी आवास देने के अलावा उन्हें शिक्षा का खर्च उठाने का भी ऐलान किया। शिक्षा के लिए यूपी सरकार 5 लाख रुपए देगी। इतना ही नहीं यूपी सरकार ने बच्चियों के मामा को उनके भरण पोषण के लिए सरकारी नौकरी देने का भी ऐलान कर डाला। UPCMOffice की ओर से ट्विटर पर सीएम का बयान आया, जिसमें बच्चियों को हर संभव मदद देने का वादा किया गया है।आपको बता दें कि बुलंदशहर की रहने वाली एक 15 साल की लतिका ने सीएम को खून से चिट्ठी लिखकर इंसाफ मांगा था। लतिका ने खत में कहा कि उसकी मां जिसका नाम अनु बंसल था उन्हें 14 जून को उसके और उसकी छोटी बहन के सामने ही जिंदा जला दिया गया था। उसकी छोटी बहन की उम्र 11 साल है। पीड़ित लड़की ने आरोप है कि लड़का नहीं होने के चलते इनके पिता ने परिवार के अन्य सदस्यों के साथ मिलकर इनकी आंखों के सामने मां को जिंदा जलाकर मार डाला। तब से अब तक कोई भी ठोस कार्यवाही नहीं हुई और पिता पक्ष की ओर से इन दोनों बहनों को भी जान से मारने की धमकियां मिल रही है। इसके चलते दोनों बहनों ने स्कूल जाना छोड़ दिया है और परेशान होकर इन्होंने अपने खून से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से अपनी जान की गुहार व इस मामले में प्रभावी कार्यवाही की मांग की थी। ये बच्ची और उसकी बहन अपने पिता के खौफ के चलते अपने मामा के घर रह रही हैं।