पश्चिम दिल्ली में अधिक खून बहने की वजह से एक सुरक्षा गार्ड की मौत होने के बाद दुर्घटना पीड़ितों के प्रति लोगों की उदासीनता फिर सामने आई है। घटना के सामने आने के बाद सरकार ने गुरुवार को कहा कि वह जल्द ही एक योजना का एलान करने की योजना बना रही है। इस योजना के तहत पीड़ितों को अस्पताल ले जाने वाले लोगों, टैक्सी, आॅटो व रिक्शा चालकों को इनाम दिया जाएगा।
दिल्ली के गृहमंत्री सतेंद्र जैन ने कहा कि सरकार ने योजना का प्रारूप तैयार कर लिया है। इसमें राष्ट्रीय राजधानी में सड़क हादसों के पीड़ितों को तुरंत सहायता सुनिश्चित करने वालों को प्रोत्साहन दिया जाएगा। यह प्रारूप इस महीने के अंत तक कैबिनेट के सामने रखा जाएगा और उपराज्यपाल नजीब जंग के पास मंजूरी के लिए भेजा जाएगा। पश्चिम दिल्ली के सुभाष नगर इलाके में एक तेज रफ्तार डिलीवरी वैन ने 35 वर्षीय सुरक्षा गार्ड को टक्कर मार दी थी और कोई भी राहगीर एक घंटे तक उसकी मदद करने के लिए नहीं आया। इस वजह से उसकी सड़क पर ही मौत हो गई जबकि एक रिक्शा चालक ने मृतक का मोबाइल फोन चुरा लिया। इस घटना के एक दिन बाद सरकार ने यह कदम उठाया है। पूरी घटना सुभाष नगर इलाके में मेराज सिनेमा के पास लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई, जहां गार्ड मतीबुल को अहले सुबह एक डिलीवरी वैन ने टक्कर मार दी थी।
जैन ने कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि कोई भी उसकी मदद करने के लिए आगे नहीं आया। आमतौर पर लोग सड़क हादसों के पीड़ितों को अस्पताल ले जाने से हिचकिचाते हैं। उन्हें डर होता है कि पुलिस उनसे पूछताछ कर उन्हें परेशान कर सकती है। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का यह निर्देश है कि ऐसे लोग जो दुर्घटना पीड़ितों की मदद करते हैं, उनका उत्पीड़न या पूछताछ नहीं की जा सकती है। मैं लोगों से अपील करता हूं कि उनकी मदद करें क्योंकि किसी की जान बचाना पवित्र काम है।
दिल्ली के सुभाष नगर इलाके में राहगीर को टक्कर मार कर मरने के लिए छोड़ गया वाहन चालक गुरुवार शाम को गिरफ्तार कर लिया गया।
दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज की मदद से माल ढुलाई करने वाले टेम्पो चालक राजेश को गिरफ्तार कर लिया गया है। सीसीटीवी के मिले सुरागों की बदौलत पुलिस ने टेम्पो की पहचान कर ली थी। टेम्पो चालक उत्तम नगर क्षेत्र के महावीर नगर इलाके में रहता है। हादसे के बाद अभियुक्त फरार था और उसको पकड़ने के लिए पुलिस ने अभियान चलाया था। हादसे के बाद अभियुक्त टेम्पो चालक राजेश (25) कुछ देर के लिए रुका था लेकिन अपने वाहन की टक्कर के कारण सड़क पर गिरे व्यक्ति को छोड़ कर फरार हो गया। पुलिस ने सीसीटीवी को खंगाल कर बताया कि हादसे के बाद पीड़ित का 30 मिनट तक खून बहता रहा था। इस दौरान 140 कारें, 82 तिपहिए वाहन, 181 मोटरसाइकिल सवार और 45 राहगीर मौके से गुजरे लेकिन किसी ने भी मदद पहुंचाने की जहमत नहीं उठाई। पुलिस ने बताया कि मारे गए शख्स मतीबुल के घरवालों को हादसे की सूचना दे दी गई है। वह पश्चिम बंगाल का रहने वाला था। वह दिल्ली में अपने भाई के साथ रहता था लेकिन उसका भाई इन दिनों अपने पैतृक घर गया हुआ है।
मतीबुल अपने परिवार में कमाने वाला इकलौता व्यक्ति था। वह पैसा कमाने के लिए हाड़ तोड़ मेहनत करता था। वह सुरक्षा गार्ड के साथ साथ ई-रिक्शा भी चलाता था। उसके पिता ने बताया कि मतीबुल ने हाल ही में उनसे घर वापस आने की बात कही थी। वह घर आकर अपने बेटे को अच्छी परवरिश करना चाहता था।